राजस्थान के शिक्षा विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर मंगलवार को एक बड़ा साइबर हमला हुआ। इस हमले में वेबसाइट का होमपेज बदल दिया गया और उस पर ‘Pakistan Cyber Force’ के नाम से उकसावे वाले और आपत्तिजनक संदेश दिखाए गए।
वेबसाइट पर डाले गए भड़काऊ मैसेज
हैकर्स ने वेबसाइट पर लिखा कि पहलगाम आतंकी हमला अंदर से रचा गया एक षड्यंत्र था (Inside Job)। उन्होंने इसे सरकार द्वारा फैलाया गया एक झूठा हमला (False Flag) बताया, जिसका मकसद धार्मिक तनाव और अशांति फैलाना है।
इतना ही नहीं, हैकर्स ने शहीद लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की पत्नी हिमांशी नरवाल के बारे में भी आपत्तिजनक टिप्पणियां पोस्ट कीं। हाल ही में हिमांशी की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी जिसमें वह अपने पति के पार्थिव शरीर के पास बैठी दिख रही थीं।
वेबसाइट अस्थायी रूप से बंद, जांच शुरू
साइबर अटैक की खबर मिलते ही विभाग की वेबसाइट को तुरंत बंद कर दिया गया। शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा, “शिक्षा विभाग की IT टीम को सक्रिय कर दिया गया है। वेबसाइट को फिलहाल बंद कर दिया गया है और तेजी से उसे रिकवर करने का काम चल रहा है। साइबर सुरक्षा एजेंसियों को सूचना दे दी गई है और हम इस हमले की गहराई से जांच करवा रहे हैं।”
उन्होंने यह भी कहा कि अब तक किसी संवेदनशील डेटा के लीक होने की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन फिर भी सभी सिस्टम्स की सुरक्षा जांच (audit) करवाई जा रही है।
साइबर एक्सपर्ट्स ने दी चेतावनी
साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों ने सरकार को चेतावनी दी है कि ऐसे हमले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। उनके अनुसार, देशभर में 20 लाख से अधिक सरकारी वेबपेज हैकिंग की चपेट में आ चुके हैं। सिर्फ राजस्थान में 8 लाख से ज्यादा पेज, जिनमें गृह विभाग और पुलिस से जुड़ी वेबसाइटें भी शामिल हैं, पहले ही प्रभावित हो चुकी हैं।
मजबूत साइबर सुरक्षा की जरूरत
विशेषज्ञों का कहना है कि सरकार को तुरंत मजबूत डिजिटल सुरक्षा नीति लागू करनी चाहिए। साथ ही, सरकारी वेबसाइटों पर 24×7 निगरानी, डेटा बैकअप सिस्टम, और साइबर रेस्पॉन्स टीम की व्यवस्था जरूरी है, ताकि इस तरह के हमलों से सरकारी सिस्टम को सुरक्षित रखा जा सके।