Fake NCERT Books Affect On Students: आजकल बाजारों में नकली प्रोडक्ट बेखौफ बेचे जाते हैं, जिन्हें पहचानने में कोई भी धोखा खा सकता है। इस बीच बच्चों पर भी इन ‘नकली’ प्रोडक्ट्स का खतरा मंडरा रहा है। माता-पिता अपने बच्चे को अच्छी शिक्षा देने के लिए अच्छे से अच्छे स्कूल में पढ़ाते हैं। इस बीच मार्केट में नकली एनसीईआरटी की किताबें खूब बेचने का मामला सामने आया है। अगर आपका बच्चा भी एनसीईआरटी स्टूडेंट है तो संभल जाएं।
NCERT के नाम पर नकली किताबें
दरअसल, सीएम फ्लाइंग स्क्वॉड और शिक्षा विभाग की एक टीम ने सदर बाजार के पास में 7 ऐसे बुक स्टॉल पर रेड मारी, जिनपर एनसीईआरटी की नकली किताबें बेचने का आरोप था। सीएम फ्लाइंग स्क्वॉड के डीएसपी इंद्रजीत सिंह को शिकायत मिली कि एनसीईआरटी के नाम पर नकली किताबें पूरे शहर के छात्र-छात्राओं को बेची जा रही हैं। हालांकि, टीम ने इस सूचना को सही मानने के लिए अपने लेवल पर कई दिन तक बाजार की बुक स्टॉल की रेकी की।
7 दुकानों पर छापा मारा
जैसे ही जांच करने पर नकली किताबों की बिक्री की जानकारी कंफर्म हुई तो शनिवार को सीएम फ्लाइंग स्कवॉड, एनसीईआरटी के एक्सपर्ट और शिक्षा विभाग की ज्वाइंट टीम ने सदर बाजार में रेड मारी। टीम सदर बाजार में मात्र 7 दुकानों पर ही रेड मार पाई क्योंकि बाकी दुकानदार रेड की सूचना मिलते ही दुकानें बंद करके फरार हो गए।
NCERT की नकली किताबों से क्या होता नुकसान?
रेड में टीम को काफी ज्यादा नकली किताबें मिलीं। ऐसे में, जानें आरोप।
- नकली किताबें बेचकर स्टूडेंट्स के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।
- ये किताबें बच्चों की सेहत और आंखों के लिए नुकसानदायक हैं।
- इन्हें छापने में घटिया क्वालिटी के कागज और स्याही का इस्तेमाल किया जाता है।
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