Daughter’s Day 2022 special story: बेटी घर की लक्ष्मी होती हैं, इनकी मासूम किलकारियों से घर रोशन होता है। इन्हीं बेटियों के सम्मान में हर साल सितंबर के आखिरी रविवार को डॉटर्स डे (Daughter’s Day) भी मनाया जाता है। हमारे देश को आजाद हुए 75 साल हो चुके हैं, लेकिन आज भी कई जगहों पर बेटियों को जन्म देना गलत माना जाता है।
रिश्तेदारों ने दिया ताना, लेकिन दंपति ने एक ना सुनी
देश में आज भी आपको कई परिवार ऐसे देखने को मिल जाएंगे, जहां बेटा होने पर खुशी-खुशी चारों तरफ मिठाई बांटी जाती है, वहीं बेटी होने पर उनका चेहरा मायूस हो जाता है। ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के बरेली का है जहां एक दंपति के घर लगातार बेटियां पैदा हो रही थीं, जिससे रिश्तेदारों में बेहद नाराजगी थी।
रिश्तेदारों ने तो यहां तक तक कह दिया था कि अगर अगली बार बेटी हो तो गिरा देना, लेकिन दंपती ने एक ना सुनी। धीरे-धीरे समय गुजरा और आज इन बेटियों ने वो मुकाबम हासिल किया है कि दुनिया इन पर गर्व कर रही है। इन पांच बेटियों ने अपनी मेहनत और जज़्बे से बड़ा कारनामा कर दिखाया और परिवार वालों और पड़ोसियों का मुंह बंद कर दिया।
Well Done sister 😊 https://t.co/52sEKAzgVG
— Arpit Sagar (@arpitsagar18) April 21, 2021
5 बेटियों ने किया ये कारनामा, पिता का नाम हुआ रोशन
बरेली के रहने वाले चंद्रकांत सागर की 5 बेटियां हैं। बचपन से ही रिश्तेदार उन्हें बेटा ना होने कारण सम्मान नहीं दिया जाता था, जिसे देखकर उनकी बेटियों ने कुछ बड़ा करने की ठानी और पूरी मेहनत और लगन से पढ़ाई-लिखाई में जुट गईं। पिता ने भी उनकी पढ़ाई में कोई कसर ना छोड़ी और जब उनके परिणाम आने लगे तो सभी की आंखें झुक गईं।
दरअसल चंद्रसेन की 5 बेटियाें में से तीन ने यूपीएससी की परीक्षा पास की है। यूपीएससी पास करने के बाद इनमें दो बेटियों ने आईएएस और तीसरी बेटी ने आईआरएस जॉइन किया है। चंद्रसेन सागर की दो अन्य बेटियां इंजीनियर हैं।
ये हैं वो 5 बेटियां जिन्होंने पिता को दिलाया सम्मान
चंद्रसेन की सबसे बड़ी बेटी का नाम अर्जित सागर है इन्होंने मुंबई में कस्टम विभाग में जॉइंट कमिश्नर के पद पर जॉइन किया है। चंद्रसेन की दूसरी बेटी का नाम अर्पित है जिन्होंने 2015 में यूपीएससी की परीक्षा पास की और अभी डीडीओ के पद पर कार्यरत हैं।
चंद्रसेन की तीसरी बेटी आकृति ने भी यूपीएससी की परीक्षा पास की है और अभी जल बोर्ड में डायरेक्टर के पद पर कार्यरत हैं। इनके अलावा चंद्रसेन की अन्य दो बेटियां अश्विनी और अंकिता इंजीनियर हैं। वे अभी मुंबई और नोएडा में रहती हैं। इन बेटियों ने यह साबित किया कि बेटियां बेटों से कम नहीं होती हैं और अगर ठान लें तो वह कुछ भी कर सकती हैं।
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