10वीं में छात्रों को नंबर की जगह CGPA (Cumulative Grade Point Average) मिलता है। जबकि 12वीं में हर विषय के नंबर दिए जाते हैं। लेकिन जब किसी कॉलेज में एडमिशन लेना हो, स्कॉलरशिप के लिए आवेदन करना हो या कोई सरकारी फॉर्म भरना हो, तब हमें CGPA को प्रतिशत में बदलना पड़ता है। आइए जानते हैं 10वीं के CGPA को प्रतिशत में कैसे बदलें और 12वीं के विषयों के नंबर से कुल प्रतिशत कैसे निकालें?
CGPA क्या होता है और कैसे निकाला जाता है?
CGPA यानी Cumulative Grade Point Average, छात्रों की पढ़ाई का औसत नंबर होता है। यह तरीका खासकर CBSE बोर्ड के 10वीं के बच्चों के लिए होता है। इसमें पांच मुख्य विषयों अंग्रेजी, हिंदी, गणित, सांइस और सामाजिक विज्ञान के ग्रेड पॉइंट लिए जाते हैं। हर विषय में जो ग्रेड पॉइंट मिलता है, उन्हें जोड़कर फिर पांच से भाग देते हैं। उदाहरण के लिए अगर किसी छात्र को इन पांच विषयों में ये ग्रेड पॉइंट मिले-
- अंग्रेजी – 9
- गणित – 10
- विज्ञान – 9
- सामाजिक विज्ञान – 8
- हिंदी – 9
तो कुल ग्रेड पॉइंट = 9 + 10 + 9 + 8 + 9 = 45
अब CGPA निकालने के लिए: 45 ÷ 5 = 9.0, यानि उस छात्र का CGPA 9.0 होगा।
CGPA को प्रतिशत में कैसे बदलें?
CBSE के अनुसार, CGPA को प्रतिशत (%) में बदलना बहुत आसान है। बस जो भी CGPA है, उसे 9.5 से गुणा (multiply) कर देना है। उदाहरण के लिए अगर किसी छात्र का CGPA 9.0 है, तो प्रतिशत = 9.0 × 9.5 = 85.5% यानि उस छात्र का प्रतिशत 85.5% होगा। CBSE ने यह तरीका इसलिए अपनाया है क्योंकि जिन बच्चों को A1 ग्रेड (91-100 अंक) मिलते हैं, उनका औसत अंक करीब 95 आता है और जब उसे 10 CGPA से भाग दिया गया, तो 9.5 का यह नंबर तय किया गया। इसीलिए हर किसी के CGPA को प्रतिशत में बदलने के लिए 9.5 से गुणा करते हैं।
कक्षा 12 में कुल प्रतिशत कैसे निकालें?
CBSE की कक्षा 12 में छात्रों को हर विषय में सीधे अंक (Marks) दिए जाते हैं, ना कि CGPA, इसलिए यहां प्रतिशत (%) सीधे अंकों से निकाला जाता है।
कैसे निकालें प्रतिशत: सभी मुख्य विषयों के अंक जोड़ लें जैसे अंग्रेजी, गणित, फिजिक्स, कंप्यूटर साइंस फिर उसे विषयों की संख्या से भाग दें। उदाहरण के लिए अगर किसी छात्र को कुल 450 अंक मिले हैं और उसके विषय 5 हैं, तो प्रतिशत = 450 ÷ 5 = 90% इस तरह हमें पता चलता है कि छात्र ने कुल मिलाकर कितना अच्छा प्रदर्शन किया है।