cyber fraud case in Varanasi: देश भर में लगातार बढ़ रहे साइबर क्राइम या फ्रॉड से जुड़े मामले सामने आने के बाद पुलिस टीमें सोशल मीडिया पर इससे बचाव के तरीके लोगों से साझा करती हुई नजर आती हैं, बाजूद इसके लोग जरा सी लापरवाही के चलते फ्रॉड का शिकार होकर लाखों की चपत लगा बैठते हैं। ताजा मामला यूपी के वाराणसी से सामने आया, जहां सोशल मीडिया पर एक युवती से दोस्ती होने के बाद एक 73 साल के बुजुर्ग को नौ लाख से अधिक की रकम गवानी पड़ी। इस मामले में सारनाथ स्थित साइबर क्राइम थाने में अज्ञात के खिलाफ तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया है।
सोशल मीडिया पर हुई थी विदेशी युवती से दोस्ती
मिली जानकारी के अनुसार, वाराणसी के सारनाथ थाना क्षेत्र के रहने वाले 73 वर्षीय बुजुर्ग की सोशल मीडिया के जरिए एक युवती से दोस्ती हुई, फिर उसके झांसे में आकर पीड़ित ने 9 लाख 35 हजार रुपये गंवा दिए। मामले को लेकर छावनी क्षेत्र के बंगला नंबर-16 निवासी पदम चंद अग्रवाल ने बताया कि पीड़ित बुजुर्ग आईआईटी-बीएचयू से वर्ष 1973 में स्नातक हैं। पहले फेसबुक और फिर व्हाट्सएप के जरिए सिलविया रिचर्ड नाम की एक युवती ने उनसे दोस्ती की। सोशल मीडिया पर हुई बातचीत के दौरान युवती ने एक मेडिकल कंपनी को दवा बनाने के लिए केमिकल एक्सपोर्ट करने का लालच देकर 35 प्रतिशत मुनाफे की बात कही और झांसे में ले लिया।
फर्म का रजिस्ट्रेशन कराकर भेज दिए 9 लाख 35 हजार रुपये
मामले को लेकर पीड़ित पदम चंद अग्रवाल ने बताया कि आरोपी युवती ने केमिकल कहां से लेना है और कहां बेचना है, इस काम में भी वह मौके पर मदद करेगी। पीड़ित का कहना है कि सिलविया रिचर्ड नाम की महिला की बातों में आकर उन्होंने एक नई फर्म का रजिस्ट्रेशन कराया और व्यापार से जुड़ी अन्य औपचारिकताएं पूरी कीं। इस काम के पूरे होने के बाद केमिकल खरीदने के लिए सिलविया रिचर्ड की ओर से बताई गई मुंबई की एक कंपनी के खाते में अपने तीन बैंक अकाउंट से कुल 9 लाख 35 हजार रुपये ट्रांसफर किए।
यूके के व्यक्ति ने भेजा पर्चेज ऑर्डर
पीड़ित ने पुलिस को बताया कि रकम जमा करने के बाद मुंबई की कंपनी से अनीता जैन नाम की महिला का कॉल आया और उन्हें केमिकल भेजा। सिलविया रिचर्ड ने बताया कि यूनाइटेड किंगडम से जॉन डेविड क द्वारा पूरा केमिकल खरीदा जाएगा। जिसके बाद जॉन डेविड नाम के व्यक्ति से कई बार बात हुई और उसने हर बार वाराणसी आने का आश्वासन देकर पर्चेज ऑर्डर ई-मेल क जरिए भेज दिया लेकिन अभी तक कोई उनका केमिकल खरीदने नहीं आया।
बुजुर्ग की तहरीर पर दर्ज हुआ मुकदमा
मामले को लेकर पदम चंद अग्रवाल ने पुलिस को बताया कि इस फ्रॉड में गवाएं गए 9 लाख 35 हजार रुपये में से आधे से ज्यादा की रकम उन्होंने अपने रिश्तेदारों से उधार ली थी। हालांकि, इस मामले में साइबर क्राइम थाना प्रभारी विजय नारायण मिश्र की ओर से बताया गया कि घटना को लेकर तहरीर मिलने के बाद मुकदमा दर्ज कर मोबाइल व खाता नंबरों और ई-मेल की मदद से मामले की जांच की जा रही है।