सोने की कीमतें अब चढ़ेंगी या घटेंगी? यह सबसे बड़ा सवाल है, क्योंकि डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ को लेकर उपजी अनिश्चितता अब काफी हद तक कम हो गई है। ट्रंप के टैरिफ के जवाब में चीन ने भी अपना रुख स्पष्ट कर दिया है। डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिकी राष्ट्रपति की कुर्सी पर बैठने के बाद से दुनिया में अनिश्चितता का माहौल था। ट्रंप हर रोज टैरिफ को लेकर कोई न कोई बयान दे रहे थे, इस वजह से सोने की कीमतें भी रॉकेट बनी हुई थीं। वैश्विक अनिश्चितता वाले माहौल में सोने में निवेश बढ़ जाता है और कीमतें चढ़ने लगती हैं।
कीमतों में आई कमी
अब जब तस्वीर साफ हो गई है, तो सोने के दाम में कुछ और गिरावट की संभावना है। जब चीन ने अमेरिका को उसी की भाषा में जवाब देते हुए 34% टैरिफ का ऐलान किया, तो मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर सोने की कीमतों में गिरावट देखने को मिली। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी इसके दाम कम हुए। शुक्रवार को ग्लोबल स्पॉट गोल्ड प्राइस 2.4 प्रतिशत गिरकर 3,041.11 डॉलर प्रति औंस पहुंच गया। कमोडिटी मार्केट एक्सपर्ट्स के अनुसार, भू-राजनीतिक तनाव अपेक्षाकृत कम होने से सोने की कीमतों में और गिरावट आने की संभावना है।
गिरावट की उम्मीद क्यों?
एक्सपर्ट्स का कहना है कि वैश्विक स्तर पर अनिश्चितता अब कम हो रही है, इससे सोने जैसी सेफ हेवन एसेट की डिमांड में कमी आ सकती है और प्राइस गिर सकते हैं। मिंट की रिपोर्ट में एलकेपी सिक्योरिटीज में कमोडिटी एवं करेंसी वाइस प्रेसिडेंट जतिन त्रिवेदी के हवाले से बताया गया है कि शुक्रवार को चीन द्वारा अतिरिक्त टैरिफ की घोषणा के बाद सोने की कीमतों में मुनाफावसूली देखी गई, क्योंकि बाजार ने पिछले कुछ महीनों से चल रही टैरिफ वॉर के मद्देनजर खुद को तैयार कर लिया है। उन्होंने आगे कहा कि बाजार पारस्परिक ट्रेड टैरिफ के प्रभाव को पहले ही आंक चुका है, जिससे मुनाफावसूली स्वाभाविक हो गई है।
आपूर्ति की चिंता कम हुई
बाजार के जानकारों के अनुसार, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा सोने और चांदी को टैरिफ से बाहर रखने के फैसले से आपूर्ति को लेकर चिंताएं कम हुई हैं। इस वजह से सोने की कीमतों में नरमी बनी रह सकती है। बता दें कि अमेरिकी फाइनेंशियल सर्विसेज फर्म मॉर्निंगस्टार (Morningstar) के एनालिस्ट जॉन मिल्स (Jon Mills) का भी मानना है कि सोने की कीमतों में गिरावट आएगी। उन्होंने हाल ही में अनुमान जताया कि सोने की कीमत अगले कुछ सालों में 38% तक गिर सकती हैं।
देश में आज क्या हैं दाम?
भारत में आज सोने के दाम की बात करें, तो गुडरिटर्न्स के अनुसार 24 कैरेट वाला 10 ग्राम सोना 90,380 रुपये भाव पर मिल रहा है। जबकि चांदी 94,000 प्रति किलोग्राम के भाव पर उपलब्ध है। सोने और चांदी की कीमतों में पिछले कुछ दिनों में नरमी देखने को मिली है। इससे कहीं न कहीं एक्सपर्ट्स के अनुमान को बल मिलता है कि गोल्ड के दाम अभी कुछ और नीचे आ सकते हैं। जॉन मिल्स का मानना है कि सोने की डिमांड में कमी आएगी और इस वजह से उसकी कीमतें भी कम होंगी।
कैसे प्रभावित होती हैं कीमतें?
देश में सोने की कीमतें केवल मांग और आपूर्ति से ही प्रभावित नहीं होतीं, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर होने वाली गतिविधियों का भी इन पर असर पड़ता है। लंदन ओटीसी स्पॉट मार्केट और कॉमेक्स गोल्ड फ्यूचर्स मार्केट सहित प्रमुख वैश्विक बाजारों में होने वाली व्यापारिक गतिविधियों से भी सोने की कीमतें काफी हद तक प्रभावित होती हैं।
कौन तय करता है कीमत?
दुनियाभर में लंदन बुलियन मार्केट एसोसिएशन (LBMA) द्वारा Gold की कीमत तय की जाती है। वो US डॉलर में सोने की कीमत प्रकाशित करता है, जो बैंकरों और बुलियन व्यापारियों के लिए वैश्विक बेंचमार्क के रूप में कार्य करती है। वहीं, अपने देश में, इंडियन बुलियन ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) सोने की अंतरराष्ट्रीय कीमतों में आयात शुल्क और अन्य टैक्स को जोड़कर यह निर्धारित करता है कि रिटेल विक्रेताओं को सोना किस दर पर दिया जाएगा।
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