Bee Queen of Kashmir (आसिफ सुहाफ) : समय-समय पर कई लोगों ने समाज के पुराने नियम-कानून और परंपरा को तोड़ते हुए नए मुकाम हासिल किए हैं। इस लिस्ट में एक और नया नाम जुड़ गया है। हम बी क्वीन ऑफ कश्मीर ‘सानिया जेहरा’ की बात कर रहे हैं, जिन्होंने केवल 20 साल की उम्र में ही इस खिताब को हासिल किया है। बता दें कि सानिया कश्मीर की अकेली लड़की हैं, जो मधुमक्खी पालन करती हैं। बता दें कि सानिया के पिता पहले ही इस बिजनेस में हैं, लेकिन सानिया के आने के बाद उनके बिजनेस में लगातार तरक्की हुई है। आइए इसके बारे में जानते हैं।
बिजनेस में हुई 400% की ग्रोथ
20 साल ही उम्र में ही सानिया जेहरा वो कर दिखाया, जिसने देशभर की महिलाओं को प्रेरित किया है। श्रीनगर के बलहामा की रहने वाली सानिया ने अपनी कड़ी मेहनत और सीखने की चाह के साथ अपने पिता के मधुमक्खी पालन के बिजनेस को 400% तक बढ़ा दिया। सानिया की ये उपलब्धि समाज के सभी स्टीरियोटाइप को तोड़ता नजर आ रहा है। हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं,क्योंकि सानिया ने एक ऐसा पेशा अपनाया, जिससे ज्यादातर भारतीय महिलाएं कतराती हैं।
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सानिया ने अपना ये सफर पिता के मार्गदर्शन के साथ शुरू किया था, जो कई सालों से ये बिजनेस कर रहे हैं। सानिया ने अपनी लगातार मेहनत और मधुमक्खियों के सैकड़ों डंक सहने के बाद इस बिजनेस को नई मुकाम पर पहुंचा दिया। उन्होंने कहा कि मैं उन सभी की आभारी हूं जिन्होंने मुझे कश्मीर की मधुमक्खी रानी का नाम दिया है। मेरे पिता लंबे समय से मधुमक्खी पालन व्यवसाय में हैं और मैंने उनसे बहुत कुछ सीखा है।
विदेशों तक जाता है शहद
इस मुकाम तक पहुंचने के लिए सनिया ने बहुत संघर्ष किया। जब वह बिजनेस में आईं तो उन्हें पता चला कि रिटेल सेलर शहद में मिलावट करते हैं। ऐसे में लोगों तक सही और शुद्ध प्रोडक्ट पहुंचाने के लिए सानिया ने 150 150 मधुमक्खी कालोनियों से बढ़ाकर 650 से ज्यादा कर लिया। इसकी मदद से उन्होंने डॉमेस्टिक और इंटरनेशनल मार्केट में अपने प्रोडक्ट को बेचना शुरू कर दिया। शहद के साथ-साथ सानिया ने इसके अर्क से फेस क्रीम, तेल और साबुन जैसे ऑर्गेनिक कॉस्मेटिक प्रोडक्ट बनाने का काम भी शुरू किया है।
ऑनलाइन ट्रोलिंग का किया सामना
सानया ने बताया कि ‘बी क्वीन’ का खिताब हासिल करने के बाद भी सानिया को ट्रोलिंग का सामना करना पड़ा लेकिन वो कभी पीछे नहीं हटी। इसके साथ ही उन्होंने युवा महिलाओं में जुनून को जगाया ताकि वे भी आगे बढ़ सकें। सनिया ने कहा कि मैं पहली कश्मीरी लड़की हूं, जो मधुमक्खी पालन कर रही हूं। ऐसी बहुत सी लड़कियां हैं जो कॉकरोच से भी डरती हैं, लेकिन मुझे वही करना पसंद है जो मैं करती हूं और उम्मीद करती हूं कि मैं उन्हें प्रेरित कर सकूं।
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