Vande Bharat Train: भारत की टॉप क्लास ट्रेन यानी वंदे भारत एक्सप्रेस में कौन नहीं बैठना चाहेगा। हालांकि, इसका किराया अन्य ट्रेनों के मुकाबले कुछ ज्यादा है, लेकिन तब क्या हो जब किसी को फ्री में ही इस ट्रेन में सफर करने को मिल जाए। ओडिशा के कटक में केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शनिवार को कहा कि सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल के 50 छात्रों को एक प्रतियोगिता के माध्यम से चुना जाएगा और उन्हें वंदे भारत एक्सप्रेस में मुफ्त यात्रा दी जाएगी।
केंद्रीय मंत्री ने रविवार को सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल का भूमि पूजन किया और छात्रों से बातचीत भी की। वैष्णव ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, ‘जब छात्रों ने वंदे भारत का वीडियो देखा तो उनके मन में वंदे भारत एक्सप्रेस में सफर करने की इच्छा जगी। एक प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी और उनमें से चुने गए 50 छात्रों को एक सवारी दी जाएगी।’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 18 मई को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पुरी से हावड़ा के बीच ओडिशा की पहली वंदे भारत ट्रेन का शुभारंभ किया था। केंद्रीय मंत्री ने भुवनेश्वर रेलवे स्टेशन पर पुनर्विकास कार्य की भी सराहना की और कहा कि वह कल साइट स्टेशन का दौरा और निरीक्षण करेंगे। उन्होंने कहा, ‘यह गर्व की बात है कि प्रतिष्ठित भुवनेश्वर राजधानी ट्रेन को कल से एक नया ‘तेजस’ रेक’ मिलेगा। यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मुहैया कराना पीएम मोदी का विजन है। भुवनेश्वर रेलवे स्टेशन पर पुनर्विकास कार्य होगा। मैं कल भुवनेश्वर रेलवे स्टेशन का दौरा और निरीक्षण करूंगा।’
अमृत भारत स्टेशन योजना क्या है?
बता दें कि इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय राजधानी से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत 508 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला रखी। इनमें खुर्दा रोड के 11 स्टेशन और ओडिशा के कुल 25 स्टेशन शामिल हैं।
कई केंद्रीय मंत्री और मुख्यमंत्री या राज्यपाल भी अपने-अपने राज्यों से शिलान्यास समारोह में शामिल हुए, जहां संबंधित रेलवे स्टेशनों को पूरी तरह से नया रूप दिया जाना है। इस मेगा प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत 25,000 करोड़ रुपये (लगभग) है।
ये 508 स्टेशन 27 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में फैले हुए हैं, जिनमें उत्तर प्रदेश और राजस्थान में 55-55, बिहार में 49, महाराष्ट्र में 44, पश्चिम बंगाल में 37, मध्य प्रदेश में 34, असम में 32, ओडिशा में 25, पंजाब में 22 स्टेशन, गुजरात और तेलंगाना में 21-21, झारखंड में 20, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में 18-18, हरियाणा में 15 और कर्नाटक में 13 समेत अन्य स्टेशन शामिल हैं।
एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, पुनर्विकास आधुनिक यात्री सुविधाओं के साथ-साथ अच्छी तरह से डिजाइन किए गए यातायात परिसंचरण, अंतर-मोडल एकीकरण और यात्रियों के मार्गदर्शन के लिए अच्छी तरह से डिजाइन किए गए साइनेज प्रदान करेगा। अमृत भारत स्टेशन योजना देश भर में 1,309 स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए शुरू की गई है।