Tupperware Brands File for Bankruptcy: लंच बॉक्स, पानी की बोतल से लेकर अन्य किचनवेयर कंटेनर बनाने वाली मशहूर कंपनी ने दिवालियापन के लिए आवेदन किया है। अमेरिका की कंपनी टपरवेयर ने खुद को दिवालिया घोषित किया है। कई दशक से कंपनी ने बाजार में अपना एक नाम बना रखा है। टपरवेयर ने अध्याय 11 के तहत दिवालियापन के लिए आवेदन किया है। अपने नाम से क्यों बेनाम होने के लिए तैयार ये कंपनी दिवालिया की घोषणा तक पहुंच गई आइए विस्तार से जानते हैं।
बिक्री में गिरावट बनी वजह
अमेरिकी किचनवेयर कंपनी टपरवेयर ने अध्याय 11 दिवालियापन संरक्षण के लिए आवेदन किया है। इसमें कंपनी की संपत्ति 500 मिलियन डॉलर से 1 बिलियन डॉलर के बीच है, लेकिन देनदारियां 1 बिलियन डॉलर से 10 बिलियन डॉलर के बीच है। कंपनी का कहना है कि वो पिछले काफी समय से वित्तीय संघर्ष से जूझ रही है। साल 2020 से कंपनी को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है और वैश्विक स्तर पर बिक्री में गिरावट भी देखने को मिल रही है। बढ़ती समस्याएं और वित्तीय संकट के कारण टपरवेयर ने दिवालियापन के लिए आवेदन किया है।
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अमेरिकी फैक्ट्री को बंद करने का भी रहा प्लान
साल 2020 से ही कंपनी को बिजनेस में नुकसान देखने को मिल रहा है। इस साल जून 2024 में टपरवेयर ने अपनी एकमात्र अमेरिकी फैक्ट्री को बंद करने और करीब 150 कर्मचारियों को नौकरी से निकालने की भी योजना बनाई थी।
ऋणदाताओं से हुई बातचीत
टपरवेयर की उनके ऋणदाताओं के साथ बातचीत भी कई महीनों तक चली, लेकिन कर्जों का प्रबंधन कैसे किया जाए, जब इसका कोई प्रबंध न हो पाया तो कंपनी ने ऐसा फैसला लिया। हालांकि, लेनदारों की ओर से ऋण पर कुछ राहत देने की सहमति जताई गई थी, मगर बिजनेस में तंगी का सामना करने के कारण कंपनी ने दिवालियापन दाखिल कर दिया है।
टपरवेयर का इतिहास (History of Tupperware)
अमेरिकी किचनवेयर कंपनी टपरवेयर की शुरुआत साल 1946 में हुई थी। साल 1950 से कंपनी की लोकप्रियता बढ़ी। कंपनी के फाउंडर अर्ल टुपर ने अपने प्लास्टिक उत्पादों को लोगों के सामने पेश किया था, जिसके बाद बिक्री में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिली। अमेरिकी घरों में टपरवेयर के फूड स्टोरेज कंटेनरों को पसंद किया जाने लगा।
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