Supertech Eco Village Greater Noida Residents Fall Sick: ग्रेटर नोएडा की एक सोसाइटी से हैरान करने वाली खबर सामने आ रही है। गंदा पानी पीने की वजह से 200 लोगों की तबीयत खराब हो गई। खासकर बच्चों की हालत काफी गंभीर है। ज्यादातर बच्चे डायरिया और उल्टी जैसी समस्याओं का शिकार हो गए हैं। इसकी वजह सोसाइटी में मिलने वाला गंदा पानी बताया गया है। इस पर एक्शन लेते हुए प्रशासन ने बिल्डर पर 5 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है।
सभी सोसाइटियों में होगी जांच
यह मामला ग्रेटर नोएडा की सुपरटेक इको विलेज 2 सोसाइटी का है। सोसाइटी में पिछले कई महीनों से गंदा पानी सप्लाई किया जा रहा है। इससे कई लोगों की तबीयत बुरी तरह खराब हो गई। शिकायत मिलने पर स्थानीय प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने पानी के सैंपल लिए और जांच शुरू कर दी। जांच रिपोर्ट में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। इसके बाद ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी ने बिल्डर पर 5 करोड़ का जुर्माना लगाया है। अधिकारियों के अनुसार सोसाइटी में रह रहे लोगों की सुरक्षा को नजरअंदाज किया गया है। सोसाइटी में लंबे समय से गंदा पानी सप्लाई किया जा रहा है। ऐसी चीजों को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे, जिससे यह चीजें दोबारा सामने न आएं। हर सोसाइटी में रोजमर्रा के आधार पर पानी की जांच होगी।
#WATCH | Noida, Uttar Pradesh: Residents of Supertech Eco Village 2 claim health-related issues due to dirty water.
CMO Sunil Kumar Sharma says, “So far 73 people have registered and are undergoing treatment. No serious case has been encountered so far. Most of the people have… pic.twitter.com/wSvmXaktDR
---विज्ञापन---— ANI (@ANI) September 3, 2024
कैसे खुली बिल्डर की पोल?
यह मामला तब सामने आया, जब लोगों ने एक व्हाट्सएप ग्रुप में पानी की कमी को लेकर सवाल खड़े किए। सोसाइटी में रहने वाले एक शख्स ने व्हाट्सएप पर लिखा कि उनके बेटे को डायरिया और उल्टियां हो रही हैं। दूसरे निवासी ने भी यही समस्या बताई। एक-एक करके कई लोगों ने बच्चों के बीमार होने की बात की और पता चला कि सोसाइटी में ज्यादातर लोगों की तबीयत खराब चल रही है।
पानी की जांच में सामने आया सच
इसी दौरान व्हाट्सएप ग्रुप में मौजूद एक शख्स ने कहा कहीं इसकी वजह गंदा पानी तो नहीं है? पानी ही एक ऐसी कॉमन चीज थी, जो सोसाइटी के सभी घरों में सप्लाई हो रहा थी। सोसाइटी के लोगों ने जब डॉक्टर से संपर्क किया, तो डॉक्टर ने भी सभी मरीजों के इंफेक्शन होने की पुष्टि कर दी। स्थानीय प्रशासन ने पानी की जांच की, तो पानी वाकई में गंदा निकला। इस लापरवाही के लिए अब बिल्डर को 5 करोड़ की मोटी रकम चुकानी होगी।
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