Stock Market News: शेयर बाजार में आज उतार-चढ़ाव देखने को मिला। BSE सेंसेक्स और NSE निफ्टी सुबह उछाल के साथ खुले और कुछ देर बाद उनमें गिरावट आ गई। इस तरह मार्केट लगातार अप-डाउन होता रहा। कारोबार की समाप्ति पर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का सेंसेक्स 12.85 अंकों की गिरावट के साथ 74,102.32 पर बंद हुआ। जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) निफ्टी में 37.60 अंकों की मजबूती दर्ज हुई। इंडेक्स फिलहाल 22,497.90 के लेवल पर पहुंच गया है।
इतना रह गया मूल्य
बाजार में आज सबसे ज्यादा गिरावट इंडसइंड बैंक के शेयरों में आई। बैंक का शेयर 27% से अधिक लुढ़ककर 656.80 रुपये पर बंद हुआ। इस गिरावट से निवेशकों को बड़ा नुकसान हुआ है। इसे इंडसइंड बैंक के इतिहास में एक दिन की सबसे बड़ी गिरावट बताया जा रहा है और यह मार्च 2020 के बाद इसका सबसे निचला स्तर है।
क्यों आई इतनी गिरावट?
दरअसल, इंडसइंड बैंक के डेरिवेटिव पोर्टफोलियो में गड़बड़ी सामने आई है। इस वजह से बैंक के शेयरों में गिरावट आ रही है। हालांकि, मैनेजमेंट का कहना है कि घबराने वाली कोई बात नहीं है। बैंक की वित्तीय स्थिति मजबूत बनी हुई है। प्रमोटर्स का कहना है कि बैंक की फाइनेंशियल कंडीशन मजबूत है। अगर पूंजी जुटाने की जरूरत पड़ी तो उसके लिए भी प्रमोटर पूरी तरह तैयार हैं। अब प्रमोटर्स के इस बयान का क्या असर होता है यह कल मार्केट खुलने के बाद ही पता चलेगा। आज की गिरावट से बैंक का मार्केट कैप करीब 18000 करोड़ रुपये घट गया है।
मेटल, फार्मा इंडेक्स उछले
इंडसइंड बैंक के शेयरों में आई भारी गिरावट ने दबाव से बाहर निकलने की कोशिश कर रहे मार्केट पर दबाव बढ़ाने वाला काम किया। निफ्टी बैंक इंडेक्स आज लाल निशान पर कारोबार करता रहा। इसी तरह, निफ्टी ऑटो और आईटी इंडेक्स भी दबाव में दिखाई दिए। हालांकि, निफ्टी मेटल और फार्मा इंडेक्स उछाल हासिल करने में कामयाब रहे।
US मार्केट में घबराहट
भारतीय बाजार पर आज अमेरिकी मार्केट में आई गिरावट का भी असर पड़ा। यूएस मार्केट डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीतियों के चलते दबाव में आ गया है। सोमवार को भारी बिकवाली के चलते तीनों इंडेक्स लाल निशान पर बंद हुए। S&P 500 के बाजार मूल्य में 4 ट्रिलियन डॉलर (करीब 330 लाख करोड़ रुपये) की कमी आई है। गौर करने वाली बात यह है कि पिछले महीने तक वॉल स्ट्रीट राष्ट्रपति ट्रंप की टैरिफ नीतियों से उत्साहित था, लेकिन अब वहां भी घबराहट का माहौल है।
आगे कैसी रहेगी चाल?
अमेरिकी बाजार में अगर बिकवाली और मंदी का दौर बरकरार रहता है, तो इसका असर भारतीय मार्केट पर भी पड़ सकता है। अमेरिका दुनिया की सबसे मजबूत और बड़ी अर्थव्यवस्था है। ऐसे में वहां होने वाली हर हलचल का असर भारत सहित दूसरे बाजारों पर पड़ता है। इंडियन स्टॉक मार्केट पिछले कई महीनों से दबाव का सामना कर रहा है। हाल के दिनों में इसमें कुछ सुधार के संकेत मिले हैं। लिहाजा, अमेरिकी बाजार का कमजोर होना, इन संकेतों को दूर कर सकता है।
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