Investment: त्योहारों का सीजन शुरू हो गया है, जिसके साथ ही लोग सोने और चांदी की खरीदारी में जुट जाता है। भारतीय परंपरा में इन धातुओं को सम्पन्नता का प्रतीक माना जाता है। हम लगातार सोने और चांदी की कीमतों में बढ़ोतरी देखते आ रहे हैं। चांदी की कीमत मार्केट में लगातार दूसरे दिन 1 लाख रुपये के पार चली गई है। इसमें पिछले दिन की तुलना में 1241 रुपये का इजाफा हुआ है।
बता दें कि बीते मंगलवार को चांदी 1,01,323 रुपये प्रति किलोग्राम पर कारोबार कर रही थी। ऐसे में सवाल उठता है कि चांदी में इन्वेस्ट करना सोना से बेहतर हो सकता है। आइये इसके बारे में जानते हैं।
मांग में तेजी
ईटी की एक रिपोर्ट के हिसाब से IBJA यानी इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन के नेशनल सेक्रेटरी सुरेंद्र मेहता ने बताया कि इस साल धनतेरस और दिवाली में चांदी की मांग में बढ़ोतरी चिन्ता का विषय है, इस कारण इसकी मात्रा में 15% से 20% की गिरावट देखी जा सकती है।
उन्होंने आगे बताया कि चांदी की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी लंबे समय तक चांदी के अंडर वैल्यूएशन के कारण है। इसके साथ ही यह भी संभावना जताई की रूस द्वारा चांदी का संचय भी कीमतों में बढ़ोतरी का कारण हो सकता है। इस कारण चांदी तेजी से बढ़ रही है।
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सोने से किफायती विकल्प
एक्सपर्ट का मानना है कि सोने के मुकाबले चांदी की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी इसे इन्वेस्टमेंट का एक अच्छा विकल्प बनाता है।
एलकेपी सिक्योरिटीज में वाइस प्रेसिडेंट रिसर्च एनालिस्ट कमोडिटी एंड करेंसी जतिन त्रिवेदी ने बताया कि सोने के मुकाबले चांदी अधिक किफायती विकल्प है, जिससे इसकी मांग बढ़ रही है। खासकर तब जब सोने की कीमत में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। बता दें कि फिलहाल सोने की कीमत 10 ग्राम के लिए 78,000 रुपये तक पहुंच गई है।
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर, 5 दिसंबर एक्सपायरी और 5 मार्च, 2025 एक्सपायरी के लिए चांदी वायदा क्रमशः 98,598 रुपये प्रति किलोग्राम और 1,00,564 रुपये प्रति किलोग्राम के सबसे ऊपरी स्तर पर पहुंच गया है। इससे ये बात तो साबित हो गई की चांदी में निवेश एक अच्छा विकल्प है।