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Repo Rate: कैसे घटती-बढ़ती है EMI, जानें रेपो रेट का बैंक लोन से सीधा कनेक्शन क्या?

Repo Rate Loan EMI Connection: रिजर्व बैंक ने रेपो रेट पर बड़ा फैसला लिया है। रेपो रेट का सीधा कनेक्शन बैंक लोन और EMI से है। बैंकों को मिलने वाले लोन और बैंकों द्वारा लोगों को दिए जाने वाले लोन से कनेक्शन है, आइए जानते हैं कैसे?

Edited By : Khushbu Goyal | Updated: Feb 7, 2025 11:14
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Bank Loan Emi
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Repo Rate Connection to Bank Loan EMI: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने आज मॉनिटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) में रेपो रेट को लेकर अहम फैसला लिया। बैंक के गवर्नर शशिकांत दास ने कमेटी मेंबरों से विचार विमर्श करने के बाद फैसला लिया कि रेपो रेट में कटौती कर दी है। यह 6.5 प्रतिशत से घटाकर 6.25 प्रतिशत कर दी गई है। करीब 5 साल बाद यह बदलाव किया गया है। इससे पहले RBI ने फरवरी 2023 में रेपो रेट बदली थी। उस समय रेपो रेट को 0.25 प्रतिशत  बढ़ाकर 6.5 प्रतिशत किया गया था। 2023 के बाद अब 2025 में इसे 25 बेसिस पॉइंट घटाया गया है।

 

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रेपो रेट में बदलाव का लोगों से क्या कनेक्शन?

बता दें कि रेपो रेट में बदलाव होने का सीधा कनेक्शन आम जनता से है। अगर रेपो रेट बढ़ेगी तो लोगों को ज्यादा EMI भरनी पड़ेगी और रेपो रेट घटेगी तो कम EMI देनी पड़ेगी। रेपो रेट RBI के लिए महंगाई से निपटने का तरीका है। रेपो रेट पर केंद्रीय बैंक अन्य बैंकों को लोन देता है। जब महंगाई बढ़ती है तो बैंक रेपो रेट बढ़ाकर इकोनॉमी में मनी फ्लो को कम करते हैं। रेपो रेट बढ़ती है तो बैंकों को केंद्रीय बैंक से मिलने वाला लोन महंगा हो जाता है।

बैंकों को लोन महंगा मिलता है तो वे लोगों को भी लोग महंगी ब्याज दरों पर देते हैं। वहीं मनी फ्लो कम होने से डिमांड घटती और महंगाई घटती है। इसके विपरीत जब इकोनॉमी बुरे दौर में होती है तो रेपो रेट घटाकर इकोनॉमी में मनी फ्लो को बढ़ाया जाता है। रेपो रेट घटने से बैंकों को मिलने वाला लोन सस्ता होता और बैंक भी सस्ता लोन देते। मनी फ्लो बढ़ने से डिमांड बढ़ती है और महंगाई भी बढ़ती है। हालातों के अनुसार बैंक इसमें बदलाव करता है।

 

एक डोमेन जारी करेगा रिजर्व बैंक

मौद्रिक नीति पर बयान देते हुए RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा ​​कहते हैं कि रिजर्व बैंक बैंकिंग और पेमेंट सिस्टम में डिजिटल सेफ्टी को बढ़ाने के लिए विभिन्न उपाय कर रहा है। डिजिटल पेमेंट के लिए प्रमाणीकरण के एक शुरुआत करने जा रहे हैं। अब इसे ऑफशोर ट्रेडर्स को किए जाने वाले ऑनलाइन इंटरनेशनल डिजिटल पेमेंट तक विस्तारित करने का प्रस्ताव है। दूसरा, रिजर्व बैंक भारतीय बैंकों के लिए http://bank.in नामक विशेष इंटरनेट डोमेन लागू करेगा। इस डोमेन के लिए पंजीकरण नाम इस साल अप्रैल से शुरू होगा। इससे बैंकिंग धोखाधड़ी से बचने में मदद मिलेगी। इसे पूरे वित्तीय क्षेत्र के लिए ‘http://fin.in’ डोमेन द्वारा अपनाया जाएगा।

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Edited By

Khushbu Goyal

First published on: Feb 07, 2025 10:50 AM

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