Railways Ticket Concession: अन्य देशों की तरह, भारत में भी कई तरीके के फायदे हैं जिनका लाभ वरिष्ठ नागरिक ट्रेन से यात्रा करने पर उठा सकते हैं। दरअसल, वरिष्ठ नागरिकों की तरफ से सबसे बड़ी मांग रेल किराए में छूट देने की है। 2020 में राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के दौरान ट्रेनों में वरिष्ठ नागरिकों को पहले दी जाने वाली रियायत को बंद कर दिया था। हालांकि, अब भी कई लाभ हैं, जिनका फायदा वरिष्ठ नागरिक उठा सकते हैं।
वरिष्ठ नागरिकों को यात्रा के दौरान आधार कार्ड ले जाना आवश्यक है, जिसमें उनकी उम्र या जन्मतिथि दर्शाई गई हो और ऑन-बोर्ड टिकट चेकिंग स्टाफ द्वारा मांगे जाने पर इसे दिखाना होगा। टिकट खरीदते समय आयु प्रमाण पत्र की आवश्यकता नहीं है।
महिला यात्रियों को मिलती है ये सुविधा
वरिष्ठ नागरिक आरक्षण काउंटरों के साथ-साथ इंटरनेट के माध्यम से भी आरक्षित टिकट बुक कर सकते हैं। ऑनलाइन टिकट बुक करते समय वरिष्ठ नागरिकों, 45 वर्ष और उससे अधिक की महिला यात्रियों को निचली बर्थ स्वचालित रूप से आवंटित करने का प्रावधान है।
निचली बर्थ आरक्षित
सभी ट्रेनों में जहां सोने की जगह आरक्षित है, वरिष्ठ नागरिकों के लिए स्लीपर क्लास में प्रति कोच छह निचली बर्थ और एसी 3 टियर और एसी-2 टियर कक्षाओं में प्रत्येक कोच में 3 निचली बर्थ का संयुक्त कोटा निर्धारित किया गया है।
स्टेशनों पर वृद्ध और विकलांग यात्रियों की सहायता के लिए और मौजूदा सेवाओं को मजबूत करने के लिए, ‘यात्री मित्र सेवा’ प्रदान की जा रही है। मध्य और पश्चिम रेलवे के उपनगरीय खंडों पर वरिष्ठ नागरिकों के लिए आवास भी निर्धारित हैं।
IRCTC रेलवे स्टेशनों पर ‘विकलांगों और वृद्ध यात्रियों के लिए बैटरी चालित वाहन’ भी निःशुल्क प्रदान करता है। इसके अलावा, यात्री IRCTC पोर्टल www.irctc.co.in के माध्यम से ई-व्हील चेयर ऑनलाइन बुक कर सकते हैं।