Multibagger Stocks: शेयर बाजार (Stock Market) से पैसा बनाने वाले अधिकांश दिग्गज निवेशक एक रणनीति पर काम करते हैं। जब बाजार पर बेयर हावी हो तो दांव लगाएं और बुल के हावी होने पर मुनाफा कमाएं। हालांकि कई बार जानते-समझते हुए भी हम इस रणनीति का लाभ उठाने से चूक जाते हैं, जिसका बाद में बहुत पछतावा होता है। आज हम आपको ऐसे ही कुछ स्टॉक्स के बारे में बताने जा रहे हैं, जो कुछ समय पहले बड़ा गोता लगाकर नीचे आ गए थे, लेकिन आज उनके भाव आसमान पर पहुंच चुके हैं।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) शेयर बाजार में लिस्टेड है। BSE का आईपीओ जनवरी 2017 में आया था और फरवरी में इसकी लिस्टिंग हुई थी। बीएसई के आईपीओ का प्राइज बैंड 805 से 806 प्रति शेयर निर्धारित किया गया था। तब से अब तक यह शेयर अपने निवेशकों को छप्परफाड़ रिटर्न दे चुका है। पिछल साल जुलाई में यह शेयर 700 रुपये के आसपास चल रहा था, तब इसमें खरीदारी का शानदार मौका था।
इस साल जनवरी में यह करीब 2000 रुपये प्रति शेयर के भाव पर उपलब्ध था। अप्रैल में यह चढ़ते हुए 3200 रुपये के भाव पर पहुंच गया, लेकिन 19 जुलाई 2024 को इसका भाव घटकर 2252.75 रुपये रह गया। यह भी शानदार मौका था, इस पर दांव लगाने का। अब यह 5000 रुपये के शिखर पर पहुंचने के करीब है। जरा सोचिये, यदि आपने 2252.75 रुपए के भाव पर भी इसे खरीदा होता तो आज आपके पैसे डबल हो गए होते।
जिंदल स्टेनलेस स्टील
JSL यानी जिंदल स्टेनलेस स्टील लिमिटेड भी लिस्ट में शामिल है, जिस पर दांव न लगाने वाले आज पछता रहे होंगे। 2019 में महज 39 रुपये के भाव पर मिल रहा यह शेयर आज 700 रुपये का आंकड़ा छूने को बेताब है। इस शेयर में भी पैसा लगाने के कई मौके आए, जिसने मौके पर चौका लगा दिया, उसकी झोली भर गई।
अप्रैल 2022 में यह शेयर 202 रुपये पर पहुंच चुका था, लेकिन 24 जून 2022 को यह 98.80 रुपये के लेवल पर आ गया। सीधे 100 रुपये से ज्यादा कम। इसके बाद JSL के शेयर ने ऐसी स्पीड पकड़ी कि सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए। हालांकि यह अभी भी अपने 52 वीक के हाई से कम के भाव पर मिल रहा है, जो 848 रुपये है। अब जरा सोचिये अगर 24 जून 2022 को आई गिरावट पर आपने दांव खेल दिया होता, तो आज झोली कितनी भर गई होती?
फेडरल बैंक
प्राइवेट सेक्टर के फेडरल बैंक का शेयर भी आज उस पर दांव न लगाने वालों को मुंह चिड़ा रहा है। बैंक का शेयर इस साल की शुरुआत में 156 रुपये के आसपास चल रहा था। 16 फरवरी को चढ़कर 164.70 रुपये प्रति शेयर के भाव पर पहुंच गया। 14 मार्च को इसमें खरीदारी का मौका बना, जब यह गिरकर 146.05 रुपये पर आ गया। इसके बाद भी इसमें अप-डाउन होता रहा और निवेश के मौके बनते रहे। आज इसकी कीमत 200 रुपये (210.79) को पार कर गई है। यदि आपने 146.05 रुपये के भाव पर ही दाम लगाया होता तो प्रति शेयर करीब 50 रुपये का फायदा हो गया होता।
एटीवी प्रोजेक्ट्स इंडिया
एटीवी प्रोजेक्ट्स इंडिया लिमिटेड का शेयर अभी भी बहुत ऊंची कीमत पर नहीं पहुंचा है, लेकिन जहां से इसने शुरुआत की थी, वहां से काफी ऊंचाई पर आ गया है। इस साल 1 जनवरी को उसका भाव 15.27 रुपये था, जो 24 जनवरी को 26.76 रुपये पर पहुंच गया। 27 मार्च को यह गिरकर 14.97 रुपये पर आ गया।
यह एक मौका था इस पर दांव लगाने का। इसके बाद यह ऊपर की तरफ भागता रहा और आज 38 रुपये से ऊपर कारोबार कर रहा है। अगर आपने एटीवी प्रोजेक्ट्स इंडिया के उस समय 1000 शेयर भी खरीदे होते तो आपकी झोली भर गई होती। बता दें कि एटीवी प्रोजेक्ट्स इंडिया लिमिटेड एक इंजीनियरिंग सर्विसेज कंपनी है।
क्या होता है बुल मार्केट?
खबर की शुरुआत में बेयर और बुल का जिक्र किया है तो चलिए इनके बारे में भी कुछ बात कर लेते हैं। जब बाजार में तेजी का माहौल हो या निवेशक-ट्रेडरों का अनुमान हो कि शेयर के भाव ऊपर चढ़ेंगे और पूरे बाजार का सूचकांक ऊपर उठेगा, तब उसे बुल मार्केट कहा जाता है। दूसरे शब्दों में कहें तो यदि एक तय समय में बाजार लगातार ऊपर की तरफ जाता रहता है,तो कहा जाता है कि बाजार बुल मार्केट में है। इसलिए जब भी बुल दिखे तो समझ लीजिए सब अच्छा है।
क्या होता है बेयर मार्केट?
बेयर मार्केट बुल से एकदम उलट है। जब बाजार भाव के नीचे गिरने की आशंका व्यक्त की जाए या लंबे समय तक बाजार नीचे की तरफ जा रहा हो तो कहा जाता है कि बाजार बेयर ट्रेंड में है। लिहाजा बेयर यानी भालू नजर आए तो संभलकर निवेश करना चाहिए।
इनका इस्तेमाल क्यों?
शेयर बाजार में वृद्धि और गिरावट को दर्शाने के लिए इन जानवरों का इस्तेमाल क्यों किया जाता है? इसका जवाब बड़ा दिलचस्प है। भालू यानी बेयर अमूमन पंजे नीचे झुकाकर हमला करता है। दरअसल भालू सामने वाले को डराने के लिए अपने दोनों पैरों पर खड़ा हो जाता है, ऐसे में उसकी ऊंचाई काफी ज्यादा हो जाती है और जब वो हमला बोलता है तो स्वाभाविक रूप से उसके पंजे नीचे की ओर हो जाते हैं। इसके उलट बैल अपने सींगों से हवा में ऊपर की ओर उछालता है। इसलिए बेयर का मतलब है बाजार में मंदी का रुख है और बुल का मतलब है तेजी।
(डिस्क्लेमर: यहां बताई गई जानकारी शेयर खरीदने की सलाह नहीं है। शेयर बाजार में निवेश सोच-समझकर और अपने विवेक के आधार पर करें)।