Stargate AI: रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के स्टारगेट AI प्रोजेक्ट में निवेश करने की योजना बना रहे हैं। माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्य नडेला ने भी इसमें 80 अरब डॉलर के निवेश का वादा किया है। दरअसल, मुकेश अंबानी डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन में अपना दायरा बढ़ाना चाहते हैं और यह प्रोजेक्ट इसमें उनकी मदद कर सकता है। खबर है कि इसलिए वह स्टारगेट AI में निवेश कर सकते हैं।
इनके साथ बनाई योजना
डोनाल्ड ट्रंप AI में अमेरिका को सबसे आगे रखना चाहते हैं और इसके लिए उन्होंने 500 अरब डॉलर का प्लान तैयार किया है, जिसका नाम स्टारगेट AI है। ट्रंप ने सॉफ्टबैंक के CEO मासायोशी सोन, OpenAI के सीईओ सैम ऑल्टमैन और ओरेकल के चेयरमैन लैरी एलिसन जैसे दिग्गजों के साथ के साथ मिलकर 500 अरब डॉलर के निवेश की यह योजना बनाई है।
भारत को होगा फायदा
मुकेश अंबानी हमेशा डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन को लेकर उत्सुक रहे हैं और यदि वे इस प्रोजेक्ट के लिए आगे आते हैं, तो इससे AI के क्षेत्र में भारत को भी फायदा होगा। अंबानी का मानना है कि AI का शिक्षा से लेकर स्वास्थ्य सेवा और खुदरा क्षेत्र तक हर क्षेत्र पर व्यापक प्रभाव हो सकता है। बता दें कि माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्य नडेला ने पहले ही डेटा सेंटर के निर्माण के लिए 80 अरब डॉलर के निवेश का वादा किया है, जो इस प्रोजेक्ट की क्षमता और महत्व को दर्शाता है।
यह भी पढ़ें – Donald Trump Vs Elon Musk: दोस्त दे रहे दुश्मनी वाली वाइब्स, कौन चुकाएगा बड़ी कीमत?
नाम नोट कर लीजिए
स्टारगेट AI प्रोजेक्ट को आईटी क्षेत्र में अब तक का सबसे बड़ा प्रोजेक्ट माना जा रहा है। इसकी शुरुआत टेक्सास में बन रहे 10 डेटा सेंटर्स से होगी। डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में सॉफ्टबैंक, ओपन एआई और ओरेकल के साथ साझेदारी में इसकी घोषणा की थी। हालांकि, इसमें अन्य कंपनियां भी निवेश कर सकती हैं। ट्रंप ने कहा था कि आप इस नाम (स्टारगेट) को अपनी पुस्तकों में लिख लें क्योंकि मुझे लगता है कि आप भविष्य में इसके बारे में बहुत कुछ सुनने वाले हैं। यह एक नई अमेरिकी कंपनी है, जो अमेरिका में AI इन्फ्रास्ट्रक्चर में 500 अरब डॉलर का निवेश करेगी और बेहद तेजी से आगे बढ़ेगी। इससे तुरंत 1,00,000 से अधिक नौकरियां भी उत्पन्न होंगी।