Loan Repayment: आज के समय में लोन लेना काफी नॉर्मल सी बात हो गई है। किसी ना किसी के पास एक से दो लोन मिल ही जाएंगे। किसी ने कार लोन ले रखा है तो कोई अपने बेटे की पढ़ाई के लिए एजुकेशन लोन की EMI चुका रहा है, वहीं किसी ने बिजनेस के लिए कर्ज लिया हुआ है। अब कर्ज यानी लोन आसानी से मिल तो जाता है लेकिन उसके बाद EMI भरना बेहद ही मुश्किल लगता है। वो इसलिए क्योंकि लोन हम तभी लेते हैं जब हमारे पास पैसे की तंगी होती है।
EMI का है डबल प्रेशर
लोन लेने के बाद एक मुफ्त राशि आ तो जाती है, लेकिन कुछ ही समय के बाद हम फिर से उस तंगी में फंस जाते हैं। जिसका डबल प्रेशर हमारे ऊपर पड़ता है। एक तो पैसे की कमी और दूसरा EMI को चुकाने में नाकामी। और फिर इसके बाद शुरू हो जाता है बैंकों का परेशान करना। परेशान इसलिए क्योंकि अगर एक भी EMI मिस हो जाती है तो पेनल्टी चार्ज डबल लगता है। ऐसे में इस समस्या से आप बचे रहें उसके लिए हम कुछ टिप्स आपको बताते हैं, जिन्हें ध्यान में रखकर आराम से आप अपनी EMI को भर सकते हैं, वो भी बिना किसी पेनल्टी के।
EMI के बराबर रखें बैकअप मनी
सबसे पहले कोशिश करिए जब भी आप लोन लें तो EMI के बराबर आपके पास कहीं ना कहीं से पैसे का बंदोबस्त जरूर हो। आप किसी रिश्तेदार या फिर दोस्त, सगे संबंधियों से इसके लिए मदद ले सकते हैं। जिससे अगर आपके पास पैसे की कमी है तो फिर तुरंत अपनी EMI को बाउंस होने से रोक सकें।
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लोन लेने से पहले सारी कंडीशन के बारे में जान लें
दूसरी टिप्स ये है कि लोन लेने से पहले सारी कंडीशन एक बार जान लें। रेट ऑफ इंटरेस्ट क्या है? साथ में अगर EMI एक या दो दिन बाउंस होती है तो कितना पेनल्टी आपके ऊपर लगेगी? ये सारी बातें जानने के बाद ही लोन के लिए आगे प्रक्रिया शुरू करें।
लोन उतना ही जितने की जरूरत हो
लोन उतने ही अमाउंट का लें जितने की आपको जरूरत है। अमूमन देखा गया है कि लोग जरूर से ज्यादा अमाउंट का लोन ले लेते हैं, और फिर उसकी भारी भरकम EMI में दबकर रह जाते हैं। इसलिए पैर उतने पसारिए, जितनी चादर हो।