IGL Share Price: IGL में अभी बड़ी गिरावट देखी जा रही है। 8 फीसदी Intra Day में शेयर कमजोर हुआ है। पिछले 1.5 साल में कंपनी के लिए सबसे बड़ी Intra Day गिरावट में से एक है। आखिर क्यों इतनी बड़ी गिरावट कंपनी के शेयर में आई है। दरअसल वजह है Jefferies। Jefferies ब्रोकरेज हाउस ने आज IGL को डाउनग्रेड कर दिया है। लेकिन आखिर क्यों डाउनग्रेड करने की नौबत आई है? चलिए बताते हैं आपको पूरा मामला।
Here’s what #Jefferies has to say about #IndraprasthaGas.
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— BQ Prime (@bqprime) October 20, 2023
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EV Adoption Policy है वजह
Jefferies ब्रोकरेज हाउस ने IGL में खरीदारी से होल्ड की सलाह दी है। वजह की बात करें तो दिल्ली सरकार ने हाल ही में EV Adoption Policy का ऐलान किया है। हालांकि अभी इस पॉलिसी के लिए गर्वनर की मंजूरी का इंतजार है। जैसे ही हरी झंडी मिलेगी वैसे ही इसके लिए सरकार की तरफ से नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा। इस पॉलिसी में दिल्ली के अंदर जितने भी कैब चालक,डिलिवरी एग्रिगेटर, ई-कॉमर्स डिलिवरी के लिए कहा गया है कि सभी को EV पर शिफ्ट होना है।
आने वाले 7 साल में दिल्ली के अंदर खत्म हो जाएंगे CNG वाहन?
साथ में इस पॉलिसी के अंदर ये भी बात है कि आने वाले 3 साल में खरीदे गए वाहनों में 50 फीसदी वाहन EV होने चाहिए। वहीं अगले 5 साल में 100 फीसदी EV होने चाहिए। 1 अप्रैल 2030 तक दिल्लीवासियों की सभी गाड़ियां EV ही होनी चाहिए। इसी वजह से Jefferies ब्रोकरेज हाउस ने IGL को डाउनग्रेड कर दिया है।
Jefferies ब्रोकरेज हाउस का कहना है ये
Jefferies ब्रोकरेज हाउस का कहना है कि दिल्ली सरकार की अगर ये पॉलिसी आ जाती हैं तो इसका सीधा असर IGL पर होगा। अभी फिलहाल दिल्ली में 11 फीसदी ही वाहन EV के हैं। जिसमें ज्यादातर 2 व्हीलर और 3 व्हीलर हैं। CNG का मार्केट शेयर दिल्ली में 18 से 20 फीसदी का है। कैब चालक,डिलिवरी एग्रिगेटर, ई-कॉमर्स डिलिवरी वाले CNG पर काम कर रहे हैं, जिनका शेयर 30 से 40 फीसदी का है।