Mutual Fund SIP: चाहे आप बिजनेस करते हो या किसी प्राइवेट या सरकारी संस्था में नौकरी करते हो, इन्वेस्टमेंट हर किसी के लिए जरूरी है। ऐसे में हर इसके लिए अलग-अलग तरीकों का इस्तेमाल करते हैं। बीते कुछ सालों में म्यूचुअल फंड में इन्वेस्टमेंट तेजी से बढ़ता जा रहा है। MF में इन्वेस्ट करने के कई तरीके हैं, लेकिन SIP सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाला तरीका है। ये एक सिस्टमेटिक ऑप्शन है, जिससे आप हर महीने एक फिक्स अमाउंट अपने म्यूचुअल फंड में डाल सकते हैं।
हम आपको पहले भी बता चुके है कि SIP कई तरह की होती है, जिसमें स्टेप-अप सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) भी शामिल है, जो SIP इन्वेस्टमेंट का सबसे बेहतर तरीका है। यहां हम आपको बताएंगे कि स्टेप-अप SIP क्या है और ये रेगुलर SIP से कैसे बेहतर हैं। आइये इसके बारे में जानते हैं।
SIP और स्टेप-अप SIP
स्टेप-अप SIP के बारे में जानने के लिए आपको पहले नॉर्मल SIP के बारे में भी जानना होगा। जैसा कि हम जानते हैं कि पिछले कुछ सालों में सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) भारतीय निवेशकों को काफी पसंद आ रहा है, जो उन्हें म्यूचुअल फंड निवेश का बेहतर विकल्प देता हैं। इसमें आप हर महीने एक फिक्स अमाउंट जमा कर सकते हैं और इसे निर्धारित समय तक चला सकते हैं। बाजार में उतार चढ़ाव के आधार पर आपको इसमें ब्याज मिलता है और आपको निवेश का फायदा होता हैं।
वहीं अगर स्टेप-अप SIP की बात करें तो इसमें आप अपनी बढ़ती इनकम के हिसाब से इन्वेस्टमेंट को हर साल एक निश्चित आधार पर बढ़ाते हैं। ऐसा करने से आपके कॉर्पस में भी बढ़ोतरी होती है और आपको इस पर ज्यादा ब्याज भी मिलता है। स्टेप-अप SIP में आप फिक्स्ड SIP से ज्यादा फायदा पा सकते हैं। स्टेप-अप SIP को कुछ लोग टॉप-अप SIP भी कहते हैं।
कैसे काम करता है स्टेप अप SIP?
जैसा कि हम बता चुके है कि इसमें आप थोड़े-थोड़े अमाउंट को बढ़ाते रहते हैं। ऐसे में आप दो तरीके से इसमें निवेश कर सकते हैं, जिसे हम एक उदाहरण से समझ सकते हैं।
% बेस्ड स्टेप-अप SIP
इसमे आप अपनी SIP को सालाना एक फिक्स % के हिसाब से बढ़ाते हैं। मान लीजिए कि आपने एक 5000 रुपये की SIP शुरू की और इसको आप 10% बढ़ाना चाहते हैं तो आपको अपने अमाउंट में अगले साल 500 रुपये बढ़ाने होंगे। वहीं उसके अगले साल ये अमाउंट बढ़कर 6050 रुपये हो जाएगा। ये सिलसिला लगातार चलता रहेगा, जब तक आपकी SIP मैच्योर नहीं हो जाती है।
अमाउंट बेस्ड स्टेप-अप SIP
इसमे इन्वेस्टर्स हर साल अपनी SIP राशि को बढ़ाने के लिए एक फिक्स अमाउंट चुन लेते हैं। मान लीजिए कि आपने 5,000 से शुरू SIP शुरू करते हैं और हर साल उसमें 500 रुपये बढ़ाते हैं तो अगले साल आपका अमाउंट 5500 रुपये , उसके अगले साल 6000 रुपये हो जाता है।
स्टेप-अप SIP के फायदे
- बता दें स्टेप-अप SIP इन्वेस्टर्स को अपनी इनकम के हिसाब से अपने योगदान को बढ़ाने की सलाह देता है, जिससे आप अपने फाइनेंशियल स्टेट और अपने सेविंग को बढ़ा सकते हैं।
- समय के साथ धीरे-धीरे निवेश बढ़ाकर, आप कंपाउंड का इस्तेमाल कर सकते हैं, जिससे आप आपको मिलने वाला रिटर्न भी ज्यादा होगा।
- स्टैंडर्ड एसआईपी की तरह स्टेप-अप एसआईपी भी रुपे-कॉस्ट एवरेजिंग का फायदा मिलता है। यह अलग-अलग बाजार परिस्थितियों में निवेश को डिस्ट्रिब्यूट करके बाजार के उतार-चढ़ाव के प्रभाव को कम करता है। इसके साथ ही आपके कॉर्पस के साथ ब्याज में भी बढ़ोतरी होती है।
- ऐसे में ये कहना गलत नहीं होगा कि स्टेप-अप SIP म्यूचुअल फंड में निवेश करने का एक शानदार तरीका है, जो आपको फ्लेक्सिबिलिटी, डिसीप्लिन और क्विक इन्वेस्टमेंट की सुविधा देती है।