Adani Group Shares: गौतम अडानी के नेतृत्व वाले समूह द्वारा निवेशकों की चिंताओं को दूर करने के लिए हाल ही में उठाए गए कदमों की बदौलत अडानी समूह की कंपनियों का संयुक्त बाजार पूंजीकरण (एम-कैप) 7 लाख करोड़ रुपये से करीब 10 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। 24 जनवरी को हिंडनबर्ग रिसर्च की एक रिपोर्ट के बाद ग्रुप का खराब समय शुरू हो गया था, जहां पिछले कुछ समय में हल्की बहुत भरपाई हो रही है।
इस बीच एक बात और विशेष है कि यूएस-आधारित शॉर्ट सेलर (हिंडनबर्ग) ने कहा है कि एक और ‘बड़ी’ रिपोर्ट आने वाली है। इसके बाद ही अडानी समूह ने 27 फरवरी को जो ग्रुप का सब-रुपये 7 लाख एम-कैप था, वह अब 9,82,502.50 करोड़ रुपये का एम-कैप तक पहुंच गया है।
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अडानी टॉप अमीरों में किस नंबर पर हैं?
हालांकि, अब पॉजिटिव आंकड़े देखने को मिल रहे है, लेकिन तब भी समूह के संस्थापक और अध्यक्ष गौतम अडानी शीर्ष 20 अरबपतियों की सूची से बाहर ही हैं। समूह का एम-कैप अभी भी 24 जनवरी के 19,19,888 करोड़ रुपये के स्तर से 48 प्रतिशत नीचे है और प्री-हिंडनबर्ग स्तर तक पहुंचने के लिए समूह के शेयरों को यहां से दोगुना करने की आवश्यकता है।
पिछली गणना के अनुसार अडानी की कीमत 58.9 बिलियन डॉलर है। उनकी निजी संपत्ति भी 27 फरवरी के निचले स्तर 37.7 अरब डॉलर से तेजी से उबरी है, लेकिन 2023 में अब तक 61.7 अरब डॉलर की भारी गिरावट आई है।
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शेयरों में हुई बढ़ोतरी
समूह के प्रमुख अडानी एंटरप्राइजेज ने 3 फरवरी को अपने 52-सप्ताह के निचले स्तर 1,017.10 रुपये से 79 प्रतिशत की वृद्धि देखी है। अडानी ग्रीन एनर्जी के शेयर 28 फरवरी को एक साल के निचले स्तर 439.35 रुपये से 123 प्रतिशत ऊपर हैं। अडानी पोर्ट्स एंड एसईजेड 3 फरवरी के 394.95 रुपये के निचले स्तर से 68 प्रतिशत ऊपर है। अडानी ट्रांसमिशन 1 मार्च को 630 रुपये के निचले स्तर से 72 प्रतिशत उछलकर 1,084.25 रुपये पर पहुंच गया।
अडानी टोटल गैस जब एक साल के निचले स्तर 655 रुपये पर पहुंच गया था, यह तब से 50 फीसदी ऊपर है। अडानी विल्मर के शेयर 327 रुपये के 52 हफ्ते के निचले स्तर से 31.03 फीसदी चढ़े हैं। पिछले एक महीने में अडानी पावर के शेयर 34.50 फीसदी चढ़े हैं।