Gold, Silver Price Updated: सोना खरीदने का मौका तलाश रहे लोगों के लिए अच्छी खबर है। गोल्ड की कीमतों में नरमी आई है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीतियों के चलते पूरी दुनिया में चिंता का माहौल है। इस वजह से सोने में निवेश बढ़ा है और पिछले कुछ समय में इसके दाम तेजी से ऊपर भागे हैं। ऐसे में मौजूदा गिरावट इसमें निवेश का एक मौका बन सकती है।
कितने घटे दाम?
आज यानी 28 फरवरी को सोना कुछ सस्ता हुआ है। गुड रिटर्न्स के मुताबिक, 24 कैरेट वाले 10 ग्राम सोने के दाम 540 रुपये घटकर 86,840 रुपये पर आ गए हैं। इसी तरह, चांदी भी कमजोर हुई है। यह 1000 रुपये गिरकर 97,000 प्रति किलो के भाव पर पहुंच गई है। सोने और चांदी की चढ़ती कीमतों ने निवेश के मौके को सीमित कर दिया था। लिहाजा, ऐसे लोग जिन्हें एक अच्छे मौके की तलाश थी, उन्हें आज वो मौका मिल गया है।
कहां, कितनी कीमत?
प्रमुख शहरों में सोने के दाम की बात करें, तो राजधानी दिल्ली में 24 कैरेट वाले 10 ग्राम सोना 86,990 रुपये, मुंबई में 86,840 रुपये, चेन्नई में 86,840 रुपये, बेंगलुरु में 86,840 रुपये, हैदराबाद में 86,840 रुपये, कोलकाता में 86,840 रुपये, अहमदाबाद में 86,890 रुपये, पुणे में 86,840 रुपये और जयपुर में 86,990 रुपये चल रहा है।
अलग-अलग कीमत क्यों?
सोने की कीमतें हर शहर में अलग क्यों होती हैं, सभी शहरों में दाम एक जैसा क्यों नहीं होता है? दरअसल, सोने की कीमत कई बातों पर निर्भर करती है और इसमें टैक्स सबसे प्रमुख है। राज्य सरकारों की ओर से सोने पर स्थानीय टैक्स लगाया जाता है, जो हर राज्य और शहर में अलग होता है, जिससे इसकी कीमतों में अंतर आ जाता है।
कैसे प्रभावित होती हैं कीमतें?
देश में सोने की कीमतें केवल मांग और आपूर्ति से ही प्रभावित नहीं होतीं, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर होने वाली गतिविधियों का भी इन पर असर पड़ता है। लंदन ओटीसी स्पॉट मार्केट और कॉमेक्स गोल्ड फ्यूचर्स मार्केट सहित प्रमुख वैश्विक बाजारों में होने वाली व्यापारिक गतिविधियों से भी सोने की कीमतें काफी हद तक प्रभावित होती हैं।
कौन तय करता है कीमत?
दुनियाभर में लंदन बुलियन मार्केट एसोसिएशन (LBMA) द्वारा Gold की कीमत तय की जाती है। वो US डॉलर में सोने की कीमत प्रकाशित करता है, जो बैंकरों और बुलियन व्यापारियों के लिए वैश्विक बेंचमार्क के रूप में कार्य करती है। वहीं, अपने देश में, इंडियन बुलियन ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) सोने की अंतरराष्ट्रीय कीमतों में आयात शुल्क और अन्य टैक्स को जोड़कर यह निर्धारित करता है कि रिटेल विक्रेताओं को सोना किस दर पर दिया जाएगा।