9 Carat Gold An Be Hallmark Soon : सोने की बढ़ती कीमतों से 18, 22 और 24 कैरेट का गोल्ड आम लोगों की पहुंच से दूर होता जा रहा है। ऐसे में ज्वेलर्स का कहना है कि ज्वेलरी बनवाने के लिए लोग 9 कैरेट के गोल्ड की तरफ आकर्षित हो सकते हैं। हालांकि अभी इसकी शुद्धता को लेकर काफी संशय है क्योंकि लोगों को वास्तव में 9 कैरेट का ही गोल्ड मिलेगा या नहीं। इसे लेकर ज्वेलर्स का कहना है कि अगर 9 कैरेट के गोल्ड के लिए हॉलमार्क की मंजूरी मिल जाती है तो इससे ज्वेलर्स के साथ आम लोगों को भी काफी फायदा होगा।
अभी क्या है सोने की कीमत
आज बुधवार को 18 कैरेट सोने की कीमत 55,880 रुपये प्रति 10 ग्राम, 22 कैरेट गोल्ड की कीमत 68,300 रुपये प्रति 10 ग्राम और 24 कैरेट सोने की कीमत 74,510 रुपये प्रति 10 ग्राम रही। वहीं 9 कैरेट सोने की कीमत करीब 28 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम है। हालांकि इसमें 3 फीसदी GST भी लगता है। अगर इसे हॉलमार्क की मान्यता मिल जाती है तो यह न केवल ज्यादा लोगों की पहुंच में आ जाएगी बल्कि काफी संख्या में लोग इसके गहने भी बनवा सकेंगे।
BIS से की रिक्वेस्ट
टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी खबर के मुताबिक इंडियन बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) ने ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड (BIS) के साथ एक मीटिंग की है। इस मीटिंग में IBJA ने BIS से 9 कैरेट सोने पर हॉलमार्क और हॉलमार्किंग यूनिक आइडेंटिफिकेशन (HUID) के लिए कहा है। अगर सरकार की ओर से 9 कैरेट सोने को हॉलमार्क की मान्यता मिल जाती है तो यह उन लोगों के लिए अच्छा कदम होगा जो सोने की बढ़ती कीमतों के कारण गहने नहीं बनवा पा रहे हैं।
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क्या है हॉलमार्क
अभी 18, 22 और 24 कैरेट के गोल्ड पर ही हॉलमार्क होता है। यह सोने की शुद्धता बताता है और धोखाधड़ी से बचाता है। सरकार ने भी बिना हॉलमार्क की ज्वेलरी बेचने पर रोक लगा रखी है। अगर कोई ज्वेलर बिना हॉलमार्क की ज्वेलरी बेचता है तो उसे सजा हो सकती है। सोने पर ये 4 निशान जरूर होने चाहिए:
1. BIS लोगो : यह सरकार की ओर से एक तिकोना निशान है जो बताता है कि इसकी जांच हो चुकी है।
2. सोने का कैरेट और शुद्धता : सोना 18, 22 या 24, जितने भी कैरेट का होगा, वह उस पर लिखा होगा। 18 कैरेट के सोने में 75 फीसदी गोल्ड, 22 कैरेट के सोने में 91.60 फीसदी गोल्ड और 24 कैरेट के सोने में 99.9 फीसदी गोल्ड होता है। 24 कैरेट के सोने को सबसे शुद्ध सोना माना जाता है।
3. हॉलमार्क : यह मार्क सरकार की गारंटी होती है कि जो सोना दिया जा रहा है, वह पूरी तरह खरा है। इस सोने की जांच BIS लैब में की जाती है।
4. ज्वेलर का कोड : ज्वेलरी पर उस ज्वेलर का लोगो या कोड होगा, जहां से आप इसे खरीद रहे हैं। अगर सोने में कोई खराबी निकलती है तो ज्वेलर इसे बदलने से मना नहीं कर सकता।