Gold Price Prediction: भारतीय बाजार में सोने की मांग बहुत ज्यादा है। ऐसे में सोने की कीमत कम होने या बढ़ने से मार्केट पर अच्छा खासा असर देखने को मिलता है। 1983 बैच के आईएएस अधिकारी और भारत के पूर्व वित्त सचिव सुभाष चंद्र गर्ग की ओर से भी सोने की कीमत बढ़ने का संकेत दिया गया है। उन्होंने न्यूज 24 को इंटरव्यू के दौरान संकेत दिया है कि प्रति 10 ग्राम सोने का रेट 1 लाख रुपये तक पहुंच सकता है। पूर्व वित्त सचिव का कहना है कि भारत में सोने की मांग काफी बढ़ती जा रही है और बड़े पैमाने में इम्पोर्ट भी किया जा रहा है। उन्होंने जानकारी दी कि तीन प्रमुख कारकों से सोने के रेट तय होते हैं।
तीन प्रमुख कारकों द्वारा तय होती हैं सोने की कीमत
- डॉलर में सोने की वैश्विक कीमत
- सरकार द्वारा लगाया गया सीमा शुल्क
- ज्वैलर्स और अन्य मध्यस्थों द्वारा जोड़ा गया लाभ मार्जिन
बजट 2025 के बाद महंगा हो सकता है सोना
पूर्व वित्त सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने आगे कहा कि जुलाई में केंद्रीय बजट 2024 में सरकार ने सोने पर कुल कस्टम ड्यूटी को घटाकर 15 फीसदी से 6 फीसदी कर दिया गया था। बजट 2025 के दौरान अगर सरकार ने कुल सीमा शुल्क को फिर से बढ़ाया और 6 प्रतिशत से बढ़ाकर 10%, 14% या 15% तक कर दिया तो सोने की कीमत में वृद्धि हो सकती है। दरअसल, कस्टम ड्यूटी के बढ़ने के साथ ही व्यापार और उद्योग द्वारा उपभोक्ताओं के लिए सोने का रेट बढ़ा दिया जाता है।
1 लाख रुपये तक हो सकता है प्रति 10 ग्राम सोना
इसके अलावा सुभाष चंद्र गर्ग ने कहा “सोने की कीमतें मुख्य रूप से अंतरराष्ट्रीय कीमतों से प्रेरित होती हैं, सिर्फ कस्टम ड्यूटी नहीं।” हालांकि, सरकार द्वारा कस्टम ड्यूटी की कीमत 6 प्रतिशत से बढ़कर 15 प्रतिशत तक होती है तो सोने की कीमत में उछाल देखने को मिल सकता है। ऐसे में बजट 2025 के बाद प्रति 10 ग्राम सोने का रेट 1 लाख रुपये हो सकता है। वहीं, अगर कस्टम ड्यूटी में कोई बदलाव नहीं होता है तो 6 से 1 साल बाद सोने की कीमत बढ़ने की संभावना है।
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