Gold Reserve: गोल्ड की पीछे आखिर दुनिया क्यों भाग रही है? इसी बीच भारत के पास कितना सोना है? क्या वॉर की वजह से सोने में मांग बढ़ती ही जा रही है? आज इस आर्टिकल में इन्हीं सवालों पर के जबाव आपको देंगे। आपको बता दें कि दुनिया के लगभग सभी रिजर्व बैंक सोना खरीदने में लगे हुए हैं। एक साल में चीन की तरफ से सबसे ज्यादा सोना खरीदा गया है। अक्टूबर 2022 से सितंबर 2023 तक चीन के रिजर्व बैंक ने 243 टन सोना खरीदा है। चीन के पास इस समय छठा सबसे बड़ा गोल्ड रिजर्व है। जो कि 2,192 टन है। अब सवाल यही कि चीन इतना गोल्ड खरीद क्यों रहा है?
तो इसलिए खरीद रहे हैं देश गोल्ड
इसके बारे में जानकार यही कह रहे हैं कि तमाम देश अब डॉलर के ऊपर निर्भर नहीं रहना चाहते हैं। डॉलर की जगह सोने के रिजर्व को बढ़ाना चाहते हैं। इसी के मद्देनजर पोलेंड ने 18 टन, तुर्की ने 15 टन अगस्त 2023 में सोने की खरीद की है। वहीं अगर भारत की बात करें तो हम भी पीछे नहीं हैं। RBI ने सितंबर में 7 टन सोना खरीदा है। यानी नंबर से देख सकते हैं कि देश गोल्ड की खरीद पर जोर दे रहे हैं।
किस देश के पास कितना है सोना
रिजर्व की बात करें तो दुनिया में सबसे ज्यादा सोना अमेरिका के पास है। अमेरिका 8,133 टन सोना अपने पास रखे हुए है। इसके बाद जर्मनी (3,355 टन), इटली (2,452 टन), फ्रांस (2,437 टन), रुस (2,330 टन) और चीन (2,192 टन) का नंबर आता है। भारत की पोजिशन 9वें नंबर पर 797 टन के साथ है।
अभी क्या चल रहे हैं सोने के रेट
सोने के रेट की बात करें तो 24 कैरेट सोना 58, 400 रुपए, 22 कैरेट सोना 56,990 रुपए प्रति 10 ग्राम हैं। मीडिया रिपोर्ट्स है कि दीवाली तक गोल्ड के दाम 60,000 के पार जा सकती है। साथ में वॉर के चलते भी गोल्ड के दामों में इजाफा देखने को मिल सकता है।
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सोना है ग्लोबल करेंसी
ये अमूमल देखा जाता है कि जब भी विश्व में इकॉनमी को लेकर सवाल खड़े होते हैं तो गोल्ड की तरफ सभी का रुख हो जाता है। गोल्ड को एक करेंसी के तौर पर देखा जा सकता है। एक ये भी बात है कि गोल्ड सभी देशों में चलता है, करेंसी भले ही देशों की अलग-अलग रहे। इसलिए ज्यादातर देश गोल्ड लेने के लिए तैयार रहते हैं।