Epigamia Co-Founder Rohan Mirchandani: एपिगेमिया के को-फाउंडर रोहन मीरचंदानी अब हमारे बीच नहीं हैं। महज 41 साल की उम्र में उनका हार्ट अटैक से निधन हो गया। एपिगेमिया को देश के प्रमुख योगर्ट ब्रांड्स में शुमार करवाने में मीरचंदानी की सबसे बड़ी भूमिका थी। उन्होंने कंपनी के लिए कई नए टारगेट सेट कर रखे थे और उन तक पहुंचने की योजना भी बना ली थी, लेकिन अमल से पहले ही वह दुनिया से रुखसत हो गए।
सदमे में स्टार्टअप कम्युनिटी
रोहन मीरचंदानी ने 21 दिसंबर को अंतिम सांस ली। हमेशा कुछ नया और इनोवेटिव करने वाले मीरचंदानी के निधन से स्टार्टअप कम्युनिटी में शोक की लहर है। NYU स्टर्न एंड वार्टन स्कूल से ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल करने के बाद मीरचंदानी ने 2013 में Drums Food इंटरनेशनल की स्थापना की। इसकी शुरुआत Hoki Poki आइसक्रीम के रूप में हुई थी और बाद में यह योगर्ट ब्रांड में बदल गई।
ऐसा है पोर्टफोलियो
एपिगेमिया के पोर्टफोलियो में आज योगर्ट, दही, बेवरेजेस, मिल्कशेक, स्मूदीज और खीर जैसे कई प्रोडक्ट्स शामिल हैं। रोहन मीरचंदानी ने हाल ही में एक इंटरव्यू में भविष्य से जुड़ी अपनी योजनाओं का जिक्र किया था। उन्होंने बताया था कि वित्त वर्ष 2025 में उनकी योजना कंपनी के रेवेन्यू को 250 करोड़ तक बढ़ाने की है। साथ ही वह 2025-26 तक कंपनी का मध्य पूर्व में विस्तार भी देखना चाहते थे।
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Shripad Nadkarni से थे प्रभावित
एक रिपोर्ट के अनुसार दिसंबर 2023 तक इस ब्रांड के 30 से अधिक शहरों में 20,000 टचपॉइंट थे। वित्त वर्ष 2023 में कंपनी की कुल बिक्री 168 करोड़ रुपये के आसपास रही। रोहन मीरचंदानी को अपनी कंपनी शुरू करने की प्रेरणा कोका-कोला के पूर्व मार्केटिंग हेड Shripad Nadkarni से मिली थी। दरअसल, रोहन 2011 में Wharton School के एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे, जिसमें श्रीपद नादकर्णी भी मौजूद थे।
सलाह पर किया अमल
श्रीपद नादकर्णी ने अपनी स्पीच में भारत में योगर्ट के भविष्य पर बात की थी, जिससे रोहन मीरचंदानी काफी ज्यादा प्रभावित हुए। उन्होंने इसके 2 साल बाद ही अपनी कंपनी शुरू कर डाली। बताया जाता है कि रोहन ने श्रीपद से Hoki Poki आइसक्रीम पार्लर को भारत में फैलाने की योजना पर बात की थी, लेकिन श्रीपद ने रोहन को रिटेल चेन बनाने के बजाये FMCG ब्रांड बनाने पर ध्यान केंद्रित करने का सुझाव दिया, जिसका उन्होंने पालन किया।
इस तरह हुई शुरुआत
30 साल की उम्र में, रोहन Hoki Poki को सफल बनाने पर ध्यान केंद्रित करने के लिए भारत चले आए। बाद में उन्होंने अपनी टीम के साथ Hoki Poki के लिए एफएमसीजी योजना बनाना शुरू कर दिया। Hoki Poki 2014 में मार्केट में आई और कुछ ही समय में यह एक लोकप्रिय ब्रांड बन गई। इसके बाद रोहन ने नॉन-सीजनल प्रोडक्ट लॉन्च करने की तैयारी की और योगर्ट को बाजार में लेकर लाए।
कितनी बड़ी है कंपनी?
बॉलीवुड अभिनेत्री दीपिका पादुकोण भी रोहन की कंपनी की निवेशक हैं। उन्होंने 2019 में ड्रम फूड्स इंटरनेशनल में निवेश किया था।रोहन मीरचंदानी अपने पीछे कुल कितनी दौलत छोड़ गए हैं, इसकी कोई सटीक जानकारी नहीं है। एक रिपोर्ट बताती है कि 160 मिलियन डॉलर के इस स्टार्ट-अप ने अपने सेगमेंट में अब तक बेहतर किया है। मीरचंदानी के पास कंपनी में लगभग 4.68% हिस्सेदारी है। दिसंबर 2023 में सबसे हालिया फंडिंग राउंड के बाद, कंपनी में उनकी हिस्सेदारी में कुछ कमी आई थी।
इनसे मिल रही टक्कर
रोहन की कंपनी को फिलहाल बाजार में कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है। कंट्री डिलाइट जैसी प्रमुख कंपनियों के पास 31% बाजार हिस्सेदारी है, Akshayakalpa के पास 20% और मिल्की कूल, सिड्स फार्म और नेटिव मिल्क में से प्रत्येक के पास 13% हिस्सेदारी है। जबकि एपिगेमिया अपने सेगमेंट में लगभग 6% बाजार हिस्सेदारी रखती है।
It is heartbreaking to see stories of so many folks I know losing their lives in their 40s and 50s to heart attacks and stress related ailments. It makes you question a lot of things.
As I get older my greatest learning to manage stress is to be grateful. Rich lists and power…
— Radhika Gupta (@iRadhikaGupta) December 22, 2024
राधिका गुप्ता की की सलाह
एडलवाइस म्यूचुअल फंड की प्रबंध निदेशक और सीईओ राधिका गुप्ता ने रोहन के निधन पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने X पर लिखा है, ‘हार्ट अटैक और स्ट्रेस के चलते 40-50 की उम्र में लोगों को यूं दुनिया से जाते देखना बेहद दुखद है। ऐसी खबरें कई तरह के सवाल खड़े करती हैं’. राधिका गुप्ता ने युवा प्रोफेशनल्स को हार्ट अटैक और स्ट्रेस के खतरे से निपटने की सलाह देते हुए आगे कहा, ‘बढ़ती उम्र के साथ-साथ मैंने सीखा है कि स्ट्रेस मैनेजमेंट के लिए ग्रेटफुल होने जरूरी है’।