Public Provident Fund Benefits: अक्सर हम अपने फ्यूचर को लेकर परेशान रहते हैं कि हम अपने खर्चे कैसे मैनेज करेंगे। ऐसे में कुछ इन्वेस्टमेंट ऑप्शन ऐसे हैं, जो आपको अपने फ्यूचर के लिए तैयार करते हैं। इस लिस्ट में PPF का भी नाम शामिल है। अगर आप हर महीने 1 लाख रुपये से अधिक की टैक्स-फ्री इनकम चाहते हैं, तो पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) आपके लिए बेस्ट ऑप्शन हो सकता है। बता दें कि यह सरकार का एक सुरक्षित निवेश ऑप्शन है, जो न केवल गारंटीड रिटर्न देता है बल्कि टैक्स बेनिफिट्स भी देता है। यहां हम आपको बताएंगे कि आप कैसे इसमें इन्वेस्ट करके अच्छा अमाउंट पा सकते हैं।
क्या है पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF)?
भारत सरकार पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) का ऑप्शन देती है, जो एक लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट सेविंग प्लान है, जो इनकम टैक्स एक्ट 1961 की धारा 80C के तहत कर छूट देता है। इसे आप बैंक या डाकघर में आसानी से खोल सकते हैं। PPF में निवेश की सीमा 500 रुपये से 1.50 लाख रुपये तक है।
पीपीएफ का लॉक-इन पीरियड
पीपीएफ अकाउंट का लॉक-इन पीरियड 15 साल का होता है। इसके बाद आप इसे 5-5 साल के ब्लॉक में अपने हिसाब से बढ़ा सकते हैं, जिससे आपको निवेश पर पूरा कंट्रोल मिलता है।
क्या 15 साल से पहले निकाल सकते हैं अमाउंट
सबसे पहले हमारे दिमाग में यही सवाल आता है कि पीपीएफ में 15 साल की अवधि से पहले अमाउंट विड्रॉ किया जा सकता है या नहीं? हां, PPF अकाउंट से 5 साल बाद फाइनेंशियल ईयर में 1 बार पार्शियल विड्रॉल का ऑप्शन मिलता है। इसके अलावा 15 साल बाद भी आप खाते को जारी रख सकते हैं, चाहे आप नए निवेश करें या न करें।
पीपीएफ पर टैक्स बेनिफिट्स
PPF पर आपको 80C के तहत 1.50 लाख रुपये तक की टैक्स-फ्री इनकम मिल सकती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि इसका ब्याज और मैच्योरिटी अमाउंट पूरी तरह टैक्स फ्री होता है।
कैसे पाएं 1 लाख से ज्यादा की इनकम?
इसके लिए आपको हर साल 1.50 लाख रुपये का इन्वेस्टमेंट करना होगा, जिसे आप 15 साल तक जारी रखेंगे। इसके साथ ही आपको इस बात का ध्यान भी रखना होगा कि आप अप्रैल 1-5 के बीच इन्वेस्ट करें, ताकि पूरे साल ब्याज का अधिकतम लाभ मिले। 15 साल पूरे होने के बाद अकाउंट को 5-5 साल के ब्लॉक में आगे बढ़ाएं और इन्वेस्टमेंट जारी रखें। 35 साल तक इसी प्रोसेस को जारी रखें। आइए जानते हैं कि अगर आप इस प्रोसेस को फॉलो करते हैं तो आपको 35 साल बाद कितना अमाउंट मिलता है।
निवेश ‘टाइम लाइन | कुल निवेश | अनुमानित ब्याज | कुल मैच्योरिटी |
15 साल | ₹22,50,000 | ₹18,18,209 | ₹40,68,209 |
20 साल | ₹30,00,000 | ₹36,58,288 | ₹66,58,288 |
25 साल | ₹37,50,000 | ₹65,58,015 | ₹1,03,08,015 |
30 साल | ₹45,00,000 | ₹1,09,50,911 | ₹1,54,50,911 |
35 साल | ₹52,50,000 | ₹1,74,47,857 | ₹2,26,97,857 |
35 साल बाद क्या करें?
अब आप अपने कुल अमाउंट पर मिलने वाले ब्याज को सालाना निकाल सकते हैं। ऐसे में 7.1% ब्याज दर पर आपकी मासिक कर-मुक्त आय 1,34,295 रुपये होगी। इसके बाद भी आपका प्रिंसिपल अमाउंट सेफ रहेगा और आपको रेगुलर इनकम मिलेगी।
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