Budget 2023: केंद्र सरकार ने 2023-24 के बजट में 7 लाख तक की आय वाले लोगों को बड़ी राहत दी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, ‘नई टैक्स प्रणाली अपनाने वालों को 7 लाख तक की कमाई पर कोई टैक्स नहीं देना पड़ेगा।’ सरकार की इस घोषणा पर पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने जहां असंतोष जताया, वहीं उनके बेटे कार्ति चिदबंरम ने फैसले का स्वागत किया है।
पहले पढ़िए पिता पी चिदंबरम ने क्या कहा?
पी चिदंबरम ने कहा, ‘नई टैक्स प्रणाली अपनाने वाले लोग बहुत कम हैं। इसलिए इसका लाभ कुछ लोगों तक ही सीमित है। सरकार चाहती है कि ज्यादा से ज्यादा लोग नई टैक्स प्रणाली को मजबूर होकर अपनाएं। सरकार ज्यादातर टैक्स पेयर्स को लाभ नहीं दे सकी है।’
पूर्व वित्त मंत्री ने कहा, ‘ निर्मला सीतारमण ने अपने भाषण में कहीं भी बेरोजगारी, गरीबी, असमानता या समानता जैसे शब्दों का जिक्र नहीं किया। बजट से पता चलता है कि सरकार लोगों की आजीविका, उनकी चिंताओं, अमीर और गरीब के बीच बढ़ती असमानता के बारे में परवाह नहीं करती है।’
उन्होंने सवाल करते हुए पूछा, ‘इस बजट से किसे फायदा हुआ है? निश्चित रूप से, गरीब को नहीं। नौकरी की तलाश कर रहे युवा को नहीं, नौकरी से निकाले जाने वाले युवा को नहीं। करदाता को नहीं और गृहिणी को भी नहीं।’
मुझे नहीं पता कि बेटे ने क्या अपनाया?
पत्रकारों ने पी चिदंबरम से सवाल किया कि बजट पर आपकी और आपके बेटे की राय बिलकुल अलग-अलग है। कार्ति ने टैक्स छूट की सीमा बढ़ाए जाने का स्वागत किया है? इस पर पी चिदंबरम ने कहा कि उनको नहीं पता कि उनके बेटे ने नई टैक्स व्यवस्था अपनाई है या पुरानी। लेकिन ये राय उनकी अपनी राय है।
अब पढ़िए कार्ति चिदंबरम की पूरी बात
कार्ति चिदंबरम ने संसद भवन में कहा, मैं कम टैक्स कटौती में विश्वास करता हूं। इसलिए किसी भी टैक्स कटौती का स्वागत है। क्योंकि लोगों के हाथों में जब अधिक पैसा होगा तो देश की अर्थव्यवस्था भी बढ़ेगी।
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