Withdrawal of Rs 2000 note: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा पिछले महीने ₹2000 के करेंसी नोट को वापस लेने की घोषणा की गई थी। अब ऐसे में आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर एक बयान दिया है। उन्होंने कहा कि 2000 रुपये के नोट वापस लेने से भारतीय अर्थव्यवस्था पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ेगा।
समाचार एजेंसी PTI के साथ एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में गवर्नर दास ने कहा, ‘एक बात जो मैं आपको स्पष्ट रूप से बता सकता हूं वह यह है कि हम अभी जो 2,000 रुपये के नोट वापस ले रहे हैं, उसका अर्थव्यवस्था पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ेगा।’
इससे पहले, दास ने कहा था कि जब से ₹2,000 के नोटों को वापस लेने के फैसले की घोषणा की गई है, तब से प्रचलन में मौजूद कुल करेंसी नोटों में से दो-तिहाई से अधिक नोट वापस आ गए हैं। गवर्नर दास ने पिछले हफ्ते पीटीआई को बताया, ‘अब वापस लिए गए 2000 के बैंकनोटों में से दो-तिहाई या ₹2.41 लाख करोड़ से अधिक मूल्य के ₹3.62 लाख करोड़ (31 मार्च, 2023 तक) पिछले सप्ताह के मध्य तक सिस्टम में वापस आ गए हैं।’
स्वच्छ नोट नीति के रूप में, केंद्रीय बैंक ने 19 मई को घोषणा की कि लगभग ₹3.62 लाख करोड़ मूल्य के ₹2,000 मुद्रा नोट प्रचलन से वापस ले लिए जाएंगे। नवंबर 2016 में नोटबंदी की घोषणा के कुछ ही दिनों के भीतर, ₹2,000 के करेंसी नोट बाजार में लाए गए थे। वहीं, केंद्रीय बैंक की टकसालों ने 2018-19 में ही 2,000 के नोटों की छपाई बंद कर दी थी।