Best Investment Option: आम लोगों के लिए अच्छी और जरूरी खबर है। अगर आपको भी अपनी बेटी की पढ़ाई और उसकी शादी में आने वाले खर्च की चिंता सता रही है तो परेशान होने की जरूरत नहीं है। आप प्रति दिन सिर्फ 8 से 10 रुपये की बचत कर इस चिंता से छुटकारा पा सकते हैं।
आम लोगों की इसी चिंता को देखते हुए पिछले वर्षों केंद्र सरकार ने सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana) की एक ऐसी सरकारी स्कीम शुरू की जिसके तहत देश के आम नागरिक छोटे से निवेश कर अपनी लाड़ली की भविष्य को सुरक्षित कर सकते हैं।
इस योजना के तहत आप भी न्यूनतम 250 रुपए और अधिकतम डेढ़ लाख रुपए तक का जमा कर सकते हैं। इस खाते को खुलवाने से आपको अपनी बेटी की पढ़ाई और आगे होने वाले खर्च से काफी हद राहत मिल सकती है। इस योजना के तहत आप एक बेटी के नाम पर एक ही अकाउंट खुलवा सकते हैं। अगर आपके घर में दो बेटी है तो आप दोनों के नाम पर अलग-अलग, एक-एक खाता खुलवा सकते हैं।
यह अकाउंट आप किसी पोस्ट ऑफिस या कमर्शियल ब्रांच की अधिकृत शाखा में खुलवा कर अपनी लाडलियों के भविष्य को सुरक्षित कर सकते हैं। इस सरकारी स्कीम के तहत माता-पिता या गार्जियन बेटी के नाम पर ही अकाउंट खुलता है।
इस स्कीम के तहत खाता अकाउंट खुलवाने के लिए आपको अकाउंट एप्लीकेशन फॉर्म के साथ पोस्ट ऑफिस या बैंक में अपनी लाडली का बर्थ सर्टिफिकेट ले जाना होता है। इसके साथ ही बच्ची के माता-पिता या अभिभावक का पहचान पत्र जैसे- पैन कार्ड, राशन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट में से कोई एक। साथ ही आप जहां रह रहे हैं, उसका प्रमाण पत्र मसलन- पासपोर्ट, राशन कार्ड, बिजली बिल, टेलीफोन बिल, पानी का बिल में से कोई एक जमा कराना होता है।
आपको बता दें कि सुकन्या समृद्धि योजना बेटियों के लिए है। बेटियों की भविष्य को सुरक्षित कराने के लिए मोदी सरकार ने साल 2015 में इसे शुरू किया था। इस ‘बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओ’ अभियान के एक हिस्से के रूप में शुरू किया गया। इसका मकसद बेटियों के भविष्य को उज्जवल बनाने के लिए माता-पिता को बचत करने की सुविधा प्रदान करना है।
सुकन्या समृद्धि योजना के तहत एक लड़की के माता-पिता (10 साल तक की आयु तक) किसी भी बैंक या पोस्ट ऑफिस में यह खाता खुलवा सकते हैं। अन्य योजनाओं के मुकाबले इसमें ब्याज भी अच्छी मिलती है।
इस स्कीम से जुड़ी एक और अच्छी बात ये है कि सरकार ने सुकन्या योजना पर ब्याज दर 7.6 फीसदी से बढ़ाकर 8 प्रतिशत कर दिया है। यानी अब निवेशकों को पहले से .40 फीसदी ज्यादा ब्याज मिल रहा है। साथ ही इस पर पैरेंट्स अथवा अभिभावक को इनकम टैक्स में भी छूट मिलती है।
इस योजना के तहत कोई व्यक्ति अगर सालाना एक लाख रुपये जमा करता है तो 15 साल में यह रकम 15 लाख रुपये होती है। ऐसे में 21 साल की मैच्योरिटी पर कुल रकम 44 लाख 89 हजार 690 रुपये तक मिल सकती है। यानी 15 लाख रुपये कि इस राशि पर ब्याज के रुप में 29 लाख 89 हजार 690 रुपये मिलते हैं। यानी निवेश की रकम गुना तीन 15,00,000×3= 45,00,000।
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