Telecom Sector: भारतीय टेलीकॉम इंडस्ट्री में इस समय हालात ठीक नहीं चल रहे हैं। वोडाफोन-आइडिया अपने भारी भरकम AGR की वजह से लगातार लॉस में चल रही है, वहीं दूसरी तरफ एयरटेल की भी हालत कुछ ठीक नजर नहीं आ रही है। हालांकि जियो जो कि साल 2016 में आई थी उसके ऊपर ज्यादा AGR ना होने की वजह से वह अपने भविष्य की प्लानिंग पर काम कर रही है। अब रिपोर्ट ये है कि अगर दिसंबर 2023 तक वोडाफोन के साथ एयरटेल ने AGR का भुगतान नहीं किया तो सरकार सख्त कदम उठा सकती है।
भारी भरकम AGR है कंपनियों के ऊपर
जैसा आप जानते हैं कि वोडाफोन आइडिया के ऊपर तकरीबन 40 हजार करोड़ का AGR का अमाउंट है, वहीं एयरटेल पर 24 हजार करोड़ का। एयरटेल कुछ हद तक अपने ग्राहकों को अपने साथ जोड़ने में सफल रही, लेकिन वोडाफोन-आइडिया की कहानी बिल्कुल ही लग रही। जिओ को टक्कर देने के लिए ही वोडाफोन और आइडिया साथ में आए लेकिन उसके बाद भी कुछ ज्यादा फर्क नहीं पड़ा।
प्लान हो चुके हैं 45 फीसदी तक सस्ते
तीनों कंपनियों के अगर प्लान को कंपेयर करेंगे तो पाएंगे कि जिओ को टक्कर देने के लिए एयरटेल और वोडाफोन लगातार अपने प्लान सस्ते कर रहे हैं। जिसकी दोहरी मार उन पर पड़ रही है। एक तो पहले से ही कंपनी लॉस में है, AGR का भुगतान करना है वहीं दूसरी तरफ कमाई का जरिया भी बंद हो चुका है।
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सरकार को निकालना होगा बीच का रास्ता
दिसंबर 2023 तक AGR का बकाया नहीं चुकाया गया तो सरकार भारी भरकम पेनल्टी कंपनियों पर लगा सकती है। जिसका सीधा असर कंपनियों के रेवेन्यू पर पड़ेगा। अब देखने वाली बात होती है कि इस 1 महीने में किस तरह से भारतीय एयरटेल के साथ वोडाफोन इस कठिनाई का सामना करती है। हालांकि यह भी बात ठीक है कि अगर किसी एक सेक्टर में मॉनोपोली दिखाई दे तो वह बाजार के लिए अच्छी बात नहीं है। सरकार को कहीं ना कहीं बीच का रास्ता जरुर निकालना होगा।