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अडाणी इंटरनेशनल स्कूल और ISSO आए साथ, स्कूलों में स्पोर्ट्स एजुकेशन को करेंगे मजबूत

अडाणी इंटरनेशनल स्कूल और ISSO मिलकर भारत के उन स्कूल्स में खेल शिक्षा को मजबूत करने का फैसला लिया है, जो अंतरराष्ट्रीय शिक्षा बोर्ड से संबद्ध हैं। इससे बच्चों को कई इंटरनेशनल टूर्नामेंट्स में भाग लेने का मौका मिलेगा। इससे बच्चों की स्पोर्ट्स की तरफ भी रुचि बढ़ेगी।

Author Written By: News24 हिंदी Author Edited By : Mohit Tiwari Updated: Aug 15, 2025 20:37
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भारत में अंतरराष्ट्रीय स्कूलों के खेलों को नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए अडाणी इंटरनेशनल स्कूल ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। अडाणी इंटरनेशनल स्कूल और इंटरनेशनल स्कूल्स स्पोर्ट्स ऑर्गनाइजेशन (ISSO) ने मिलकर देश के उन स्कूलों में खेल शिक्षा को मजबूत करने का फैसला किया है, जो अंतरराष्ट्रीय शिक्षा बोर्ड से संबद्ध हैं। इस पहल में अडाणी इंटरनेशनल स्कूल की प्रमोटर नम्रता अडाणी भी शामिल हुई हैं। वे ISSO के सलाहकार बोर्ड में शामिल होकर संगठन के दृष्टिकोण और लॉन्गटर्म गोल्स को पाने में सक्रिय भूमिका निभाएंगी।

क्या है ISSO?

ISSO की स्थापना 2017 में हुई थी और यह भारत का एकमात्र ऐसा संगठन है, जो अंतरराष्ट्रीय पाठ्यक्रम वाले स्कूल्स में खेलों को बढ़ावा देता है। ये स्कूल इंटरनेशनल बैकालोरिएट (IB), कैम्ब्रिज, एडएक्सेल और अमेरिका के नेशनल स्कूल बोर्ड्स एसोसिएशन (NSBA) जैसे वैश्विक बोर्ड से संबद्ध हैं। ISSO ने 430 से अधिक स्कूलों, 22 खेल विधाओं और हर साल 300 से ज्यादा टूर्नामेंट्स कराए हैं। इनमें 22,000 से अधिक स्टूडेंट्स ने पार्टिसिपेट किया है।

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स्पोर्ट एजुकेशन को मिलेगा बढ़ावा

इस सहयोग के चलते अडाणी इंटरनेशनल स्कूल ISSO के साथ मिलकर खेल सुविधाओं को बढ़ाने, एथलीटों के प्रशिक्षण को बेहतर करने और वैश्विक आयोजनों में भागीदारी को प्रोत्साहित करने का काम करेगा। ISSO का लक्ष्य है कि स्टूडेंट्स पढ़ाई के साथ-साथ खेलों में भी बेहतर प्रदर्शन करें और एक संपूर्ण व्यक्तित्व के रूप में विकसित हों।

खेल के मैदान में भी अच्छा प्रदर्शन करेंगे स्टूडेंट्स

ISSO की निदेशक आकांक्षा थापक ने कहा कि ‘हम नम्रता अडाणी और अडाणी ग्रुप का हमारी ऑर्गनाइजेशन का हिस्सा बनने के लिए स्वागत करते हैं। ISSO ने वर्षों से अंतरराष्ट्रीय स्कूलों के स्टूडेंट्स के लिए एक व्यवस्थित मार्ग तैयार किया है, जो उन्हें जमीनी स्तर से लेकर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर तक खेलों में आगे बढ़ने का मौका देता है। नम्रता अडाणी के नेतृत्व और दूरदर्शी सोच के साथ, यह सहयोग हमारे द्वारा बनाए गए खेल ढांचे को और मजबूत करेगा। हम मिलकर अंतरराष्ट्रीय स्कूलों के हजारों युवा एथलीटों को प्रेरित करने और खेलों में नई संभावनाएं तलाशने के लिए तत्पर हैं।’

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वहीं, नम्रता अडाणी ने अपने बयान में कहा कि ‘भारत की शिक्षा और खेल व्यवस्था एक महत्वपूर्ण मोड़ पर है। इस सहयोग के माध्यम से हम ऐसे समावेशी और भविष्य के लिए तैयार संस्थान बनाना चाहते हैं, जहां स्टूडेंट्स कक्षा और खेल के मैदान दोनों में उत्कृष्टता हासिल करें। ISSO के साथ मिलकर अंतरराष्ट्रीय स्कूलों में एक व्यवस्थित और वैश्विक स्तर पर बेंचमार्क की गई खेल संस्कृति स्थापित करना मेरे लिए सम्मान की बात है।’

ISSO से इंडियन स्टूडेंट्स को मिलता है लाभ

ISSO का स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SGFI) और इंटरनेशनल स्कूल स्पोर्ट फेडरेशन (ISF) जैसे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खेल संगठनों के साथ जुड़ाव है। इससे भारतीय स्टूडेंट्स को उच्चतम स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने का मौका मिलता है। ISSO के विशेष विंग, इंटरनेशनल बोर्ड स्कूल स्पोर्ट्स ऑर्गनाइजेशन (IBSO) ने हजारों स्टूडेंट्स को SGFI नेशनल्स, खेलो इंडिया गेम्स, सुब्रतो कप और यहां तक कि ISF वर्ल्ड चैंपियनशिप जैसे प्रतिष्ठित आयोजनों में हिस्सा लेने में मदद की है।

स्टूडेंट्स को मिलेंगे वैश्विक अवसर

अडाणी इंटरनेशनल स्कूल और ISSO मिलकर व्यवस्थित, पारदर्शी और पेशेवर रूप से प्रबंधित प्रतियोगिताओं पर ध्यान देगा। यह न केवल खेलों में स्टूडेंट्स की प्रतिभा को निखारेगा, बल्कि उनकी मजबूत एथलीट प्रोफाइलिंग के जरिए वैश्विक विश्वविद्यालयों में दाखिले में भी मदद करेगा। यह साझेदारी ISSO के अगले चरण के विकास को गति देगी। इसका लक्ष्य अंतरराष्ट्रीय स्कूलों के छात्रों को पढ़ाई और खेल दोनों में उत्कृष्टता हासिल करने और सीमाओं से परे सपने देखने के लिए सशक्त बनाना है।

अडाणी इंटरनेशनल स्कूल के बारे में

अडाणी इंटरनेशनल स्कूल स्टूडेंट्स को वैश्विक स्तर की शिक्षा प्रदान करता है। यह स्कूल आधुनिक तकनीक और अनुभव आधारित शिक्षण पद्धति को अपने पाठ्यक्रम में शामिल करता है, जिससे छात्र आवश्यक जीवन कौशल विकसित करते हैं। स्कूल का लक्ष्य है कि छात्रों को समग्र शिक्षा दी जाए, जिससे वे जागरूक, जिम्मेदार, खुशहाल और उद्देश्यपूर्ण नागरिक बनें।

First published on: Aug 15, 2025 08:37 PM

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