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गरीब बना देंगी फाइनेंस से जुड़ी ये 5 गलत आदतें, आज ही बदल डालें

5 Financial Mistakes : हर शख्स को फाइनेंस से जुड़ी चीजें पता होनी चाहिए। साथ ही उसे कमाई के साथ खर्चे के बारे में भी जानकारी होनी चाहिए। अगर सही तरीके से पैसा खर्च न किया जाए तो आर्थिक तंगी आने में देर नहीं लगेगी। इसलिए कमाई के साथ पैसे को सेव और निवेश करना भी आना चाहिए। जानें ऐसे ही 5 टिप्स:

Edited By : Rajesh Bharti | Updated: Jun 15, 2024 16:17
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Financial Planning
फाइनेंशियल प्लानिंग जरूर बनाएं।

5 Financial Mistakes : पैसा कमाना जितना मुश्किल है उससे ज्यादा मुश्किल उसे मैनेज करना होता है। जरा सी गलती आपको गरीब बना सकती है। इसलिए एक्सपर्ट कहते हैं कि हर शख्स को फाइनेंस से जुड़ी ऐसी अच्छी आदतों के बारे में पता होना चाहिए जिससे पैसे की बचत और उसे इन्वेस्ट सही तरीके से किया जा सके। ऐसी ही 5 आदतों के बारे में जानें:

1. खर्चे सीमित न रखना

कभी भी आमदनी अठन्नी, खर्चा रुपया वाली स्थिति नहीं होनी चाहिए। काफी लोग ऐसे होते हैं जो अपने खर्चे सही तरीके से मैनेज नहीं कर पाते। सैलरी मिलने पर ऐसे लोग पैसों को खर्च नहीं करते बल्कि लुटाते हैं। और जब महीने का आखिरी समय आता है तो उनके पास पैसे लगभग खत्म हो चुके होते हैं। इसलिए अपने खर्चे सीमित रखें ताकि महीने के अंत में किसी के सामने हाथ न फैलाने पड़ें। खर्चे और कमाई के बीच में बैलेंस बनाकर रखें।

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2. खर्चे से पहले सेविंग नहीं करना

एक्सपर्ट कहते हैं कि जैसे ही सैलरी आए, रकम खर्च करने से पहले सेविंग की रकम अलग निकाल दें। अगर आपकी शादी नहीं हुई है और कोई जिम्मेदारी नहीं है तो कमाई का कम से कम 50 फीसदी हिस्सा सेविंग और इन्वेस्टिंग में करना चाहिए। बाकी के हिस्से से दूसरी जरूरतें पूरी करनी चाहिए। वहीं अगर शादी हो गई है और बच्चे नहीं है तो 30 फीसदी रकम सेव करनी चाहिए। अगर बच्चे हैं कि किसी भी हालत में सेविंग या इन्वेस्ट की जाने वाले रकम 10 फीसदी से कम नहीं होनी चाहिए। इसका एक नियम है कि 60 फीसदी कमाई घर की जरूरतों में, 30 फीसदी दूसरे खर्चों में और 10 फीसदी कमाई सेविंग में खर्च होनी चाहिए।

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फाइनेंशियल प्लानिंग जरूर बनाएं।

3. इमरजेंसी फंड नहीं बनाना

हर शख्स के लिए इमरजेंसी फंड होना चाहिए। यह इमरजेंसी फंड आपके महीने के खर्चे का 12 गुना हो तो बेहतर है यानी 12 महीने के खर्चे के बराबर। इस फंड की रकम को आप इक्विटी या लिक्विड डेट फंड में इन्वेस्ट कर सकते हैं। लिक्विड फंड में सालाना ब्याज दर 6 से 9 फीसदी तक हो सकती है। साथ ही इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि अगर जॉब छूट जाती है या अचानक पैसों की जरूरत पड़ जाती है तो इस फंड का इस्तेमाल किया जा सकता है। ऐसे में आप कर्ज लेने से बच सकते हैं।

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4. न पैसे बचाना और न निवेश करना

पैसे को सिर्फ बचाएं ही नहीं, निवेश भी करें। दरअसल, समय के साथ रुपये की वैल्यू कम हो जाती है। इसलिए पैसे को ऐसी जगह निवेश करें जहां इसकी वैल्यू बढ़े। सोचिए, आज के 5 लाख रुपये की वैल्यू 10 साल बाद कितनी होगी? शायद 3 या 4 लाख रुपये के बराबर। इसलिए रकम को निवेश करें। इसके लिए आप SIP के जरिए म्यूचुअल फंड्स में निवेश कर सकते हैं। PPF या NPS में भी निवेश कर सकते हैं। शेयर मार्केट में बारे में जानकारी है तो वहां भी निवेश कर सकते हैं।

5. हेल्थ और टर्म इंश्योरेंस न लेना

हेल्थ इंश्योरेंस और टर्म इंश्योरेंस जरूर लें। बीमारी में जब कोई शख्स हॉस्पिटल में भर्ती होता है तो पता नहीं कितना बिल बनेगा। कई बार सेव या निवेश की गई रकम इसमें खर्च हो जाती है। इसलिए बेहतर होगा कि परिवार के सभी सदस्यों का (फैमिली फ्लोटर) हेल्थ इंश्योरेंस जरूर लें। अगर घर में दो या तीन सदस्य हैं तो कम से कम 5 लाख रुपये का हेल्थ इंश्योरेंस जरूर लेना चाहिए। वहीं टर्म इंश्योरेंस भी लें। दरअसल, किसी शख्स की मृत्यु पर परिवार के दूसरे सदस्यों को आर्थिक परेशानियों का सामना न करना पड़े, इसके लिए टर्म इंश्योरेंस जरूर लें। टर्म इंश्योरेंस का कवर सालाना आमदनी का कम से कम 10 गुना ज्यादा होना चाहिए।

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Written By

Rajesh Bharti

First published on: Jun 15, 2024 03:48 PM

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