Hatchback Vs sedan Vs SUV: इस समय कार बाजार में 10 लाख के बजट में हैचबैक, सेडान और SUV गाड़ियां मिल रही हैं। इसी के साथ शुरू हो गया है बड़ा वाला कंफ्यूज कि कौन से सेगमेंट पर पैसा लगाया जाये। तीनों ही सेगमेंट एक दम अलग है और इनका ड्राइविंग अनुभव भी एक दूसरे से बिलकुल जुदा है। लेकिन तीनों सेगमेंट की गाड़ियों की अपनी कुछ खूबियां और कमियां हैं। यहां हम आपको बताने जा रहे हैं कि आपके लिए हैचबैक, सेडान या एसयूवी में से कौन से सेगमेंट की कार ठीक रहेगी, और क्यों …
हैचबैक कार सेगमेंट
हैचबैक कार सेगमेंट अब अपग्रेड हो गया है। इस सेगमेंट में पहले जहां Maruti Alto राज करती थी, वहीं कीमत बढ़ने से ग्राहकों ने ही इस कार से ही दूरी बनाना शुरू कर दिया है। लगातार Alto की बिक्री गिर रही है। लेकिन कुछ प्रीमियम कारों ने हैचबैक सेगमेंट को बचा के अभी तक रखा है।
इस सेगमेंट में मारुति स्विफ्ट,सेलेरियो, बलेनो, हुंडई i10, i20 और टाटा Altroz जैसी कारें अभी तक ग्राहकों को पसंद आ रही हैं और जिनकी कीमत 10 लाख रुपये से कम है। लेकिन धीरे-धीरे इस सेगमेंट की तरफ ग्राहकों का इंटरेस्ट कम होता दिखाई दे रहा है, क्योंकि ग्राहक अब कॉम्पैक्ट एसयूवी की तरफ शिफ्ट हो रहे हैं और इस सेगमेंट की कीमत 6 लाख रुपये से शुरू होती है।
हैचबैक कार खरीदने के फायदे | हैचबैक कार खरीदने के नुकसान |
आसानी से ड्राइव कर सकते हैं | कीमत अब ज्यादा हो चुकी है |
कम जगह में पार्क होती है | स्पेस की कमी |
बेहतर माइलेज | कंफर्ट की कमी |
कॉम्पैक्ट एसयूवी सेगमेंट
हैचबैक कार सेगमेंट के ग्राहक अब कॉम्पैक्ट एसयूवी को पसंद करने लगे हैं जिसकी वजह से यह सेगमेंट लगातर बड़ा हो रहा है। आये दिन एक नया मॉडल लॉन्च हो रहा है। इस सेगमेंट में Hyundai Exter से लेकर Maruti Brezza जैसी पॉपुलर एसयूवी खूब बिकती हैं। अब ये सेगमेंट इसलिए पॉपुलर हो रहा है क्योंकि कम कीमत में आपको एक बड़ी गाड़ी मिलती है जिसे ड्राइव करते हुए आपका आत्मविश्वास कभी कम नहीं होता।
इतना ही नहीं बेहतर रोड विजिबिलिटी मिलती है जिसकी वजह से हर तरह से रास्तों को आप आसानी से पार कर जाते हैं। हैंडलिंग बेहद आसान होती है। ऑन रोड के साथ थोड़ी बहुत ऑफ रोडिंग भी आप कर सकते हैं। कॉम्पैक्ट एसयूवी की कीमत 6 लाख से शुरू हो जाती है, जोकि इस सेगमेंट का एक बाद प्लस पॉइंट भी है।
एसयूवी खरीदने के फायदे | एसयूवी खरीदने के नुकसान |
बोल्ड लुक | कम माइलेज |
बेहतर रोड विजिबिलिटी | ज्यादा मेंटेनेंस |
दमदार परफॉरमेंस | कंफर्ट की थोड़ी कमी |
सेडान कार
एक दशक पहले तह सेडान कार खरीदना अपने आप में ही बड़ी बात मानी जाती थी। लेकिन जब साल 2013 में पहली बार फोर्ड ईको सपोर्ट को 6 लाख रुपये से कम कीमत में लॉन्च किया तो लोगों ने धीरे-धीरे सेडान कार सेगमेंट से दूरी बनाना शुरू कर दिया। हालांकि पूरी तरह से सेडान कार सेगमेंट खत्म नहीं हुआ क्योंकि उस समय कॉम्पैक्ट एसयूवी सेगमेंट में ऑप्शन की काफी कमी थी।
लेकिन हमें यह भी नहीं नहीं भूलना चाहिए कि सेडान कार में जितना आराम मिलता है उतना एसयूवी या हैचबैक में नहीं मिलता। लेकिन हैवी ट्रैफिक में ड्राइव करना और पार्किंग करना अभी भी सेडान यूजर्स के लिए बड़ी चुनौती है… ऐसे में अब लोग एसयूवी खरीदने में रुचि दिखा रहे हैं। हर महीने सेडान कारों की बिक्री लगातार गिर रही है। इस सेगमेंट में मारुति सुजुकी डिजायर, हुंडई Aura, होंडा अमेज, सिटी और सियाज जैसी कारें हैं…
सेडान कार खरीदने के फायदे | सेडान कार खरीदने के नुकसान |
कम्फर्ट ड्राइव | ट्रैफिक में ड्राइव करना मुश्किल |
आरामदायक सीटें | पार्क करने में दिक्कत |
बढ़िया बूट स्पेस | कमजोर रोड विजिबिलिटी |
आपके लिए कौन सा सेगमेंट बेस्ट ?
अगर आपको ज्यादा माइलेज के लिहाज से गाड़ी चाहिए तो आपके लिए हैचबैक कार सेगमेंट बेहतर ऑप्शन है। अगर आपको ज्यादा आरामदायक कार की सवारी करनी है तो अभी भी सेडान कार सेगमेंट आपका इन्तजार कर रहा है।लेकिन अगर आपको फन ड्राइव का मज़ा लेना हो तो आपके स्वागत के लिए कॉम्पैक्ट एसयूवी सेगमेंट तैयार है।
यह भी पढ़ें: Tata Altroz Racer Vs Hyundai I20 N Line: किस कार का इंजन है ज्यादा दमदार ? जानें