Diesel Car Maintenance Tips: पेट्रोल कार के मुकाबले डीजल इंजन कार चलाते हुए हमें अधिक सावधानी बरतने की जरूरत है। जिससे कार की रनिंग व सर्विस कोस्ट कम आए। आइए आपको कुछ आसान टिप्स बताते हैं जिसे अपनाकर आप अपनी कार की मेंटेनेंस को कम कर सकते हैं।
डीजल इंजन वाली कार पेट्रोल इंजन के मुकाबले जल्दी ओवरहीट होती
डीजल इंजन वाली कार पेट्रोल इंजन के मुकाबले जल्दी ओवरहीट होती है। इस सूरत में हमें अपनी कार का कूलेंट समय-समय पर चेक करते रहना चाहिए। कूलेंट हमारे इंजन को ठंडा रखने में मदद करता है। कूलेंट डिस्टिल वाटर का एक मिस्चर होता है। कई बार उबल जाने या अधिक गर्म होने पर कार में मौजूद कूलेंट जल्दी अपनी प्रॉपर्टी खत्म कर देता है। यह गर्म होकर बॉटल में चिपक जाता है। इससे केवल पानी ही इंजन में जाता है, जो इंजन और रेडिएटर में जंग लगा देता है। इससे कार ओवरहीट होती और फिर इंजन सीज होने तक का खतरा बना रहता है।
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इस कारण से पड़ता है इंजन पर दबाव
इमें कार के फ्यूल टैंक में हमेशा पर्याप्त डीजल भरवाकर रखना चाहिए। अगर डीजल कम होगा तो फ्यूल पंप कंबशन चेंबर में हवा फेंक सकता है। जिसके कारण इंजन के इंटरनल पार्ट्स को काफी नुकसान पहुच सकता है। कम फ्यूल में कार चलाने पर फ्यूल पंप पर दबाव पड़ता है। कार स्टार्ट करने के बाद हमें चंद सेकंड रुकना चाहिए। स्टार्ट करने के एकदम बाद कार को आगे बढ़ाने पर इंजन पर दबाव बनता है।
ऑयल फिल्टर को समय-समय पर मैकेनिक से चेक करवाएं
डीजल कार में ऑयल फिल्टर को समय-समय पर मैकेनिक से चेक करवाएं। डीजल इस फिल्टर से होकर इंजन तक जाता है। इसमें छोटे कचरे आने पर डीजल के आगे जाने पर अवरोध पैदा होता है। इससे इंजन के इंटरनल पार्ट्स को धीरे-धीरे नुकसान पहुंचता है।
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