Ather Rizta: भारत में Ather के नये इलेक्ट्रिक स्कूटर Rizta ने एंट्री कर दी है। इसकी कीमत 1.10 लाख रुपये से शुरू होती है। यह स्कूटर दो बैटरी पैक के साथ आता है और सिंगल चार्ज पर इसकी रेंज 160 किलोमीटर तक जाती है। डिजाइन के मामले में यह स्कूटर बिलकुल भी इम्प्रेस नहीं करता है। कंपनी का दावा है कि यह फैमिली के लिए एक दम परफेक्ट है पर जिस तरह के फीचर्स इसमें दिए हैं वो सेफ्टी पर सवाल खड़े करते हैं।
इस रिपोर्ट में हम उन्हीं फीचर्स के बारे में बात कर रहे हैं। अगर आप इस नए स्कूटर को खरीदने की सोच रहे हैं तो उससे पहले इस यह भी जान लीजिये कि फीचर्स से भरपूर यह स्कूटर आपको कितनी सेफ्टी देगा।
107 रुपये में पूरे महीने चलेगा
Ather के मुताबिक अगर रोजाना 15 किलोमीटर की दूरी नए Rizta इलेक्ट्रिक स्कूटर से की जाए तो सिर्फ 107 रुपये के बिजली के खर्च में यह पूरा महीना चलेगा। जबकि पेट्रोल से चलने वाले स्कूटर में यही खर्च करीब 938 रुपये का आएगा। यानी हर महीने आप 831 रुपये की बचत कर सकते हैं और साल के करीब 9,972 रुपये बचा सकते हैं।
ये जो डेटा है वो 25 दिन के हिसाब से है, जिसमें पेट्रोल की कॉस्ट 100 रुपये और प्रट्रोल स्कूटर की माइलेज 40 kmpl के हिसाब से रखी है, जबकि इलेक्ट्रिसिटी की कॉस्ट 10 रुपये प्रति यूनिट है। और एक यूनिट में 35 किलीमीटर का डिस्टेंस रखा गया है। ये पूरी जानकारी Ather energy की वेबसाइट के आधार पर है।
क्या आपकी फैमिली के लिए सेफ है नया Ather Rizta इलेक्ट्रिक स्कूटर
फीचर्स और स्पेस के मामले में यह स्कूटर अच्छा है। लेकिन यह दिखने में बहुत अच्छा नहीं लगता। इस स्कूटर में कनेक्टेड फीचर्स दिए गये हैं, जिनके बारे में विचार करने की जरूरत है। Ather Rizta इलेक्ट्रिक स्कूटर में एक बड़ा सा डिस्प्ले डैशबोर्ड पर लगाया है, जो कनेक्टेड फीचर्स के साथ आता है।
यानी आप अपना स्मार्टफोन इससे कनेक्ट करके कॉल, मैसेज, यहां तक whatsapp भी यूज़ कर पायेंगे। हर समय आपको डिस्प्ले पर अलर्ट मिलता रहेगा जिसका जवाब भी आप राइड के दौरान दे सकते हैं।
अब आप जरा खुद सोचिये क्या ये फीचर्स वाकई बहुत जरूरी हैं ? क्या इनके इनके इस्तेमाल से आपका ध्यान भटकेगा नहीं? एक नज़र सामने रोड पर एक नज़र डिस्प्ले पर। इतना ही नहीं स्कूटर में म्यूजिक भी प्ले कर सकते हैं। क्या ये सभी फीचर्स सेफ्टी के लिहाज से सही हैं ? शायद बिलकुल भी नहीं…
सरकार इस तरह के फीचर्स पर रोक लगानी चाहिए। कंपनियों को स्कूटर की सेफ्टी पर ज्यादा फोकस करना चाहिए न कि इस तरह के कनेक्टेड फीचर्स पर.. क्योंकि ये फीचर्स सेफ्टी के लिहाज से बिलकुल भी सेफ नहीं हैं। ग्राहकों को सिर्फ इन फीचर्स के नाम पर लुभाने की कोशिश की जा रही है।
पूरी सावधानी से टू-व्हीलर चलायें, आपका पूरा ध्यान रोड पर होना चाहिए। अगर मोबाइल पर कोई कॉल या मैसेज आता भी है तो गाड़ी को साइड में लगाकर आपको कॉल पिक करनी चाहिए, ताकि आपका ध्यान भटके नहीं। गाड़ी चलाते समय बिलकुल भी फ़ोन का इस्तेमाल न करें।