Vakri Guru Rashifal: वैदिक ज्योतिष के सबसे विशाल ग्रह और देवताओं के गुरु बृहस्पति ग्रह मंगलवार 11 नवंबर की रात में 10 बजकर 11 मिनट पर वक्री हो गए. गुरु बृहस्पति अपने इस वक्री अवस्था में लगभग 120 दिन यानी 4 महीने तक रहेंगे. द्रिक पंचांग के अनुसार, गुरु अब अगले साल यानी 2026 में मार्च महीने की 11 तारीख को मार्गी होकर सीधी चाल चलेंगे. ज्योतिषाचार्य हर्षवर्धन शांडिल्य के अनुसार, गुरु के वक्री होने का मिश्रित असर होगा अर्थात कुछ राशियों के लिए यह अनुकूल, तो कुछ के प्रतिकूल हो सकता है. लेकिन, गुरु की उल्टी चाल का 3 राशियों को सबसे अधिक लाभ मिलने के योग हैं और इन राशियों के जातकों को मार्च 2026 तक अपार धन, सम्मान और शोहरत की प्राप्ति होगी. आइए जानते हैं, ये 3 भाग्यशाली राशियां कौन-सी हैं?
मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों के लिए इस वक्री गुरु की अवधि एक सुनहरे अवसर की तरह सामने आ रही है. इस समय आपके आसपास की परिस्थितियाँ बदलने की दिशा में काम कर रही हैं, जिससे आप अपने कार्य-क्षेत्र तथा सामाजिक दायरे में खास पहचान बना सकते हैं. धन उपार्जन के नए मार्ग खुलने वाले हैं और समय-समय पर रुका हुआ या अनसुलझा धन प्राप्ति के रूप में सामने आ सकता है. साथ ही आपका व्यक्तित्व अधिक प्रभावशाली बनेगा, जिससे आप सम्मान-शोहरत दोनों में बढ़त महसूस करेंगे. इस दौरान यदि आपने कुछ नए प्रोजेक्ट या निवेश किये हैं तो उन्हें भी शुभ परिणाम मिलने की संभावना प्रबल है. बस, आप खुद पर भरोसा रखिए और अवसरों को आत्मविश्वास से अपनाइए.
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कर्क राशि
कर्क राशि वालों के लिए भी वक्री गुरु का काल विशेष रूप से अनुकूल दिख रहा है. गुरु ग्रह की वक्री चाल आपके लिए उन प्रयासों को पूर्ण करने में सहायक होगी, जो लंबे समय से रुके हुए थे. आप अपने करियर, वित्तीय मामलों या किसी बड़े निर्णय-प्रक्रिया में आगे आएंगे और वहां सफलता के अंश देखने को मिलेंगे. सामाजिक रूप से आपकी छवि सुदृढ़ होगी, सम्मान में वृद्धि होगी और ऐसे अवसर मिल सकते हैं, जहां आप अपनी क्षमताओं को साबित करेंगे. यदि आपने परिवार, शिक्षा, व्यापार या निवेश के क्षेत्र में कुछ समय-से काम चल रहा रखा था, तो अब वह विशेष रूप से लाभकारी साबित हो सकता है. इस प्रकार, कर्क राशि के लिए यह ‘डबल लाभ का दौर’ है जिसमें धन, प्रतिष्ठा और शोहरत साथ चलने के योग दिख रहे हैं.
मकर राशि
मकर राशि के जातकों को गुरू की वक्री अवधि में विशेष रूप से यह संकेत मिल रहे हैं कि उनका सामाजिक स्तर ऊपर उठ सकता है और अर्थ-साधना में स्थिर प्रगति संभव है. गुरु की वक्री चाल आपके समक्ष ऐसे अवसर ला सकती है, जिनमें आप अपने व्यक्तित्व, काम-काज और प्रतिष्ठा तीनों में सुधार कर सकते हैं. व्यापार, नौकरी या सामाजिक पहचान के माध्यम से आपको नई दिशा मिलेगी. विशेष रूप से यदि आप पिछले कुछ समय से मेहनत कर रहे हैं-और उसके परिणाम अभी तक पूर्ण रूप से सामने नहीं आये थे-तो अब उन परिणामों का लाभ आपको मिलना शुरू हो सकता है. साथ ही, परिवार और पारिवारिक संबंधों में भी सकारात्मक बदलाव संभव हैं, जिससे आपकी खुशी-उत्साह बढ़ेगा. इस प्रकार मकर राशि वालों के लिए यह समय ‘उठ खड़े होने’ का है.
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