प्रेम एक ऐसी भावना है, जो हमारे जीवन में सबसे खूबसूरत और गहरी होती है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि कुछ राशियों के लोग प्रेम और रिश्ते को पूरी तरह से समझने में नाकामयाब क्यों रहते हैं? ऐसा नहीं कि वे प्रेम नहीं करते, बल्कि उनकी समझ, दृष्टिकोण और व्यवहार में कुछ ऐसी विशेषताएं होती हैं, जो रिश्ते को सही दिशा में नहीं ले पातीं हैं। ज्योतिषशास्त्र में भी कुछ राशियों के लोग प्यार के मामले में नासमझ माने जाते हैं। आइए जानते हैं, वे 5 राशियां कौन-सी हैं, जिनके जातक प्यार के मामलों में अक्सर उलझन और भ्रम का सामना करते हैं।
मेष राशि
मेष राशि के लोग आमतौर पर स्वभाव से बेहद आत्मनिर्भर, उत्साही और ऊर्जावान होते हैं। लेकिन इनके स्वामी मंगल हैं, जो आक्रामकता और जल्दबाजी के भी प्रतीक हैं। यह जल्दबाजी और बेतहाशा निर्णय लेने की प्रवृत्ति को जन्म देता है, जिससे रिश्तों में गलतफहमियां और दूरियां बन सकती हैं। हालांकि जब ये किसी से प्यार करते हैं, तो ये पूरी तरह से उसमें खो जाते हैं। वहीं उनकी जल्दी-जल्दी प्रवृत्ति प्रेम के रिश्ते में समस्याएं उत्पन्न करती है। ये अपनी भावनाओं को अक्सर नियंत्रण में नहीं रख पाते और बिना सोचे-समझे निर्णय ले लेते हैं। इस वजह से पार्टनर को कभी-कभी अनदेखा या अप्रत्याशित व्यवहार का सामना करना पड़ता है।
कर्क राशि
कर्क राशि के लोग दिल से बहुत भावुक और संवेदनशील होते हैं, लेकिन जब बात रिश्तों की आती है तो वे अपनी भावनाओं को सही तरीके से व्यक्त करने में सक्षम नहीं होते। उनकी अत्यधिक संवेदनशीलता और जरूरत से ज्यादा जुड़ाव रिश्ते को कष्टपूर्ण बना सकता है। कर्क लोग कभी-कभी अपने पार्टनर से बहुत अधिक अपेक्षाएं रखते हैं, जिसके कारण वे खुद को और अपने पार्टनर को तनाव में डाल देते हैं। इसका ज्योतिषीय कारण यह है कि चंद्रमा की बदलती स्थिति के कारण कर्क राशि के लोग बहुत जल्दी भावनात्मक रूप से प्रभावित हो जाते हैं, जिससे रिश्तों में अनिश्चितता और उथल-पुथल होती है।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के लोग बहुत गहरे और इंटेंस होते हैं, लेकिन उनका स्वभाव बहुत पजेसिव होता है। जब वे किसी से प्यार करते हैं, तो वे अपने पार्टनर के साथ बहुत गहरे भावनात्मक संबंध स्थापित करना चाहते हैं। लेकिन अगर वे किसी प्रकार की असुरक्षा या धोखे का सामना करते हैं, तो उनका गुस्सा और जिज्ञासा रिश्ते में समस्याएं उत्पन्न कर सकती हैं। दरसरल मंगल के प्रभाव से इनकी आक्रामकता और जलन दोनों भावना इनके लव लाइफ को प्रभावित करती हैं। इस कारण ये लोग अपने पार्टनर के प्रति अत्यधिक पजेसिव हो जाते हैं और इससे रिश्ते में तनाव बढ़ जाता है।
मकर राशि
मकर राशि के लोग बहुत ही प्रैक्टिकल होते हैं और उनके लिए करियर और जिम्मेदारी सबसे महत्वपूर्ण होते हैं। उनका ध्यान अक्सर पेशेवर जीवन और वित्तीय स्थिति पर अधिक रहता है, जिससे वे अपने प्रेम संबंधों पर ध्यान नहीं दे पाते। वहीं मकर राशि के लोग अपने पार्टनर से बहुत उम्मीदें रखते हैं, लेकिन खुद के भावनात्मक पक्ष को बाहर नहीं ला पाते, जिससे रिश्ते में दूरी बढ़ सकती है। यदि ज्योतिषीय कारण की बात की जाए, तो शनि के प्रभाव से मकर राशि के लोग कभी-कभी अपने रिश्तों को गंभीरता से नहीं ले पाते और खुद को पूरी तरह से समर्पित नहीं कर पाते हैं।
कुंभ राशि
कुंभ राशि के लोग अपनी स्वतंत्रता और व्यक्तिगत स्थान को बहुत अधिक महत्व देते हैं। वे प्रेम संबंधों में कभी-कभी खुद को सीमित महसूस करते हैं, क्योंकि वे नहीं चाहते कि उनका व्यक्तिगत जीवन किसी और के प्रभाव में आए। कुंभ के जातक अपने पार्टनर से अधिक भावनात्मक जुड़ाव नहीं बना पाते, और इस वजह से रिश्तों में टकराव उत्पन्न होता है। इन लोगों पर शनि के साथ राहु का अत्यधिक प्रभाव होता है। जिनका प्रभाव व्यक्ति की स्वतंत्रता और गैर-पारंपरिक सोच पर होता है। ये लोग रिश्तों को लेकर ज्यादा तर्कसंगत दृष्टिकोण रखते हैं, जिससे भावनात्मक जुड़ाव में कमी आती है।
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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।