Swami Vivekananda Jayanti 2024 And Interesting Story : स्वामी विवेकानंद का जन्म कोलकाता में 12 जनवरी 1863 को हुआ था। वहीं आज स्वामी जी की 161वीं जयंती है। स्वामी जी ने ही रामकृष्ण मिशन की स्थापना की थी। साल 1893 में उन्होंने शिकागो में आयोजित एक विश्वस्तीय धर्म संसद को भारत की ओर से संबोधित किया था और इसके बाद वे देश ही नहीं बल्कि दुनिया भर में प्रसिद्ध हो गए थे। स्वामी जी का जीवन एक धार्मिक और समाज सुधारक के रुप में ही बीता था।
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स्वामी विवेकानंद ने कुछ ऐसी बातें भी बताई हैं, जोकि मानव जीवन में बहुत ही उपयोगी मानी जाती है। स्वामी जी ने कहा है कि कुछ लोग ऐसे होते हैं, जिनसे कभी भी आपको दुश्मनी नहीं रखनी चाहिए।
वैसे तो व्यक्ति के जीवन में दुश्मनों का ना होना ही अच्छा होता है। परंतु कुछ तरह के लोगों से आपको दुश्मनी मोल लेना आपके जीवन पर भारी पड़ सकता है। इन लोगों से आपको मात खाने की आशंका ज्यादा रहती है। साथ ही ये लोग आपको बड़ा नुकसान पहुंचा सकते हैं।
स्वामी जी कहते हैं कि सभी लोगों के जीवन में दुश्मनों का होना आम बात है। कई बार हमें ऐसे लोग साफ नजर आते हैं। वहीं कई बार हम लोग ऐसे लोगों को पहचानने में भूल कर जाते हैं। यहीं भूल व्यक्ति को जीवन में बहुत भारी पड़ जाती है। यदि आप ऐसे लोगों की पहचान नहीं कर पाएंगे तो जीवन भर धोखे खाते रहेंगे। वहीं अगर आप लोगों से जुड़ना नहीं जानते हैं तो आप जीवन में आगे भी नहीं बढ़ पाएंगे।
जो लोग आगे बढ़ना चाहते हैं और उनकी जिंदगी में हजारों तरह की की दिक्कतें होती हैं। समझदार व्यक्ति उनसे बचना भी जानते हैं। स्वामी जी कहते हैं कि अपने जीवन में कभी भी ऐसे लोगों से दुश्मनी मोल ना लें। जिन लोगों से आपको हमेशा हारने की आशंका होती है।
वहीं स्वामी जी कहते हैं कि हथियार रखने वाले लोगों से भी दुश्मनी नहीं करनी चाहिए। ऐसे लोग भी नाराजगी में आपको कोई बड़ा नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसीलिए अच्छा होगा कि ऐसे लोगों से हमेशा दूर ही रहना चाहिए।
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स्वामी विवेकानंद कर्म में बहुत विश्वास रखते थे। उन्होंने एक कथा सुनाते हुए कहा था कि एक बार जब वे लंदन में थे तो एक युवक उनके पास आता है। वह युवक स्वामी जी से पूछता है कि स्वामी जी अगले साल मेरा क्या होगा। इसके बाद स्वामी विवेकानंद जी हैरान हुए और युवक से पूछा कि तुम मुझसे ऐसा क्यों पूछ रहे हो। इसके बाद उस युवक ने स्वामी विवेकानंद को बताया कि मैंने अपना सारा अर्जित धन खर्च दिया है। साथ ही अब मैं बहुत गरीब हो गया हूं।
इस पर स्वामी जी ने कहा कि जब कोई इंसान अपना सबकुछ गंवा देता है अथवा स्वयं को कमजोर समझने लगता है तो ऐसे में वह व्यक्ति बहुत सी चीजों का सहारा लेता है। जबकि उसका ऐसा करना बुजदिली है। मनुष्य को कभी स्वयं को कमजोर महसूस नहीं करना चाहिए। क्योंकि एक ताकतवर व्यक्ति स्वयं ही अपनी किस्मत बनाता है।
वहीं स्वामी मानते हैं कि कई बार लोग कुछ ग्रहों के प्रभाव में हो सकते हैं और कुछ दिनों के लिए परेशानी से घिर सकते हैं। परंतु ग्रह ज्यादा दिनों तक असर नहीं डालते। उनका भी एक टाइम निश्चित होता है। निश्चित समय के गुजर जाने के बाद उन ग्रहों का प्रभाव समाप्त हो जाता है। इसीलिए कमजोर ना रहकर इंसान को मजबूत बने रहना चाहिए। क्योंकि कमजोर मन से व्यक्ति कभी भी उन्नति के शिखर पर नहीं पहुंच सकता है।
डिस्क्लेमर:यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।