---विज्ञापन---

Sharadiya Navratri 2023: नवरात्रि के नौ दिन करें मां दुर्गा की ये आरती, पूर्ण होगी हर मनोकामना

Sharadiya Navratri 2023: शारदीय नवरात्रि की शुरुआत आज से शुरू हो चुका है। नवरात्रि में मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए उनके प्रिय आरती का जाप करना बेहद शुभ होता है। तो आइए मां दुर्गा के आरती के बारे में जानते हैं।

Edited By : Raghvendra Tiwari | Updated: Oct 15, 2023 12:07
Share :
Sharadiya Navratri 2023
Sharadiya Navratri 2023

Sharadiya Navratri 2023: हिंदू धर्म में नवरात्रि पर्व का बहुत महत्व होता है। नवरात्रि में मां दुर्गा के नव स्वरूपों की पूजा की जाती है। यह पर्व नव दिनों तक मनाया जाता है। नवरात्रि के नौ दिन मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए पूजा में सुबह-शाम आरती किया जाता है। मान्यता है कि जो जातक मां दुर्गा की पूजा के समय इस आरती का पाठ करती है, उसके जीवन में कभी भी कष्ट नहीं आती है। बल्कि जीवन खुशहाल रहता है। तो आज इस खबर में मां दुर्गा के आरती के बारे में बताने वाले हैं। तो आइए विस्तार से जानते हैं।

मां दुर्गा की आरती

जय अंबे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी।
तुमको निशदिन ध्यावत, हरि ब्रह्मा शिवरी।। जय अंबे गौरी।।

---विज्ञापन---

मांग सिंदूर बिराजत, टीको मृगमद को।
उज्ज्वल से दोउ नैना, चंद्रबदन नीको।। जय अंबे गौरी।।

कनक समान कलेवर, रक्ताम्बर राजै।
रक्तपुष्प गल माला, कंठन पर साजै।। जय अंबे गौरी।।

---विज्ञापन---

केहरि वाहन राजत, खड्ग खप्परधारी।
सुर-नर मुनिजन सेवत, तिनके दुःखहारी।। जय अंबे गौरी।।

कानन कुण्डल शोभित, नासाग्रे मोती।
कोटिक चंद्र दिवाकर, राजत समज्योति।। जय अंबे गौरी।।

शुम्भ निशुम्भ बिडारे, महिषासुर घाती।
धूम्र विलोचन नैना, निशिदिन मदमाती।। जय अंबे गौरी।।

चण्ड-मुण्ड संहारे, शौणित बीज हरे।
मधु कैटभ दोउ मारे, सुर भयहीन करे।। जय अंबे गौरी।।

यह भी पढ़ें- नवरात्रि के पहले दिन से शुरू हो जाएंगे भक्तों के अच्छे दिन, बस करें मां दुर्गा के 11 प्रभावशाली मंत्रों का जाप

ब्रह्माणी, रुद्राणी, तुम कमला रानी।
आगम निगम बखानी, तुम शिव पटरानी।। जय अंबे गौरी।।

चैंसठ योगिनि मंगल गावैं, नृत्य करत भैरू।
बाजत ताल मृदंगा, अरू बाजत डमरू।। जय अंबे गौरी।।

तुम ही जग की माता, तुम ही हो भरता।
भक्तन की दुःख हरता, सुख सम्पत्ति करता।। जय अंबे गौरी।।

भुजा चार अति शोभित, खड्ग खप्परधारी।
मनवांछित फल पावत, सेवत नर नारी।। जय अंबे गौरी।।

कंचन थाल विराजत, अगर कपूर बाती।
श्री मालकेतु में राजत, कोटि रतन ज्योति।। जय अंबे गौरी।।

अंबे जी की आरती जो कोई नर गावै।
कहत शिवानंद स्वामी, सुख-सम्पत्ति पावै।। जय अंबे गौरी।।

यह भी पढ़ें- आज शुभ मुहूर्त में करें कलश स्थापना, भूलकर भी न करें ये 9 गलतियां

डिस्क्लेमर:यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।

HISTORY

Written By

Raghvendra Tiwari

First published on: Oct 15, 2023 12:07 PM

Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 on Facebook, Twitter.

संबंधित खबरें