Shani ki Chaal: वैदिक ज्योतिष में शनिदेव एक बेहद धीमी गति से चलने वाले ग्रह हैं। शनि की यह धीमी गति ही उनके असर को व्यापक, गहरा और लंबा बनाती है। ज्योतिष शास्त्र में न्याय के देवता और कर्मफल का स्वामी माने गए शनिदेव के केवल राशि परिवर्तन से ही नहीं बल्कि नक्षत्र परिवर्तन से भी देश-दुनिया, मौसम और राशियों पर प्रभाव पड़ता है।
रविवार 18 अगस्त, 2024 को शनि पूर्व भाद्रपद नक्षत्र के द्वितीय चरण (पद) से निकल कर पूर्व भाद्रपद प्रथम चरण में प्रवेश करेंगे। बता दें, इस समय शनिदेव स्वराशि कुंभ में वक्री हैं और उल्टी चाल रहे हैं। शनि की चाल में बदलाव से यूं तो सभी राशियों पर असर पड़ने की संभावना है, लेकिन 3 राशियों के जातक के जीवन में संकट आने के योग हैं और उनकी बदहाली का दौर शुरू हो सकता है। आइए जानते हैं, ये 3 राशियां कौन-सी हैं?
शनि की चाल परिवर्तन का राशियों पर असर
मिथुन राशि
वैदिक ज्योतिष के शक्तिशाली ग्रह शनि की चाल में बदलाव का मिथुन राशि के जातकों के ऊपर प्रतिकूल असर हो सकता है। आपके स्वभाव में क्रोध और आक्रामकता बढ़ सकती है। जहां एक ओर धन की आमद घटेगी, वहीं दूसरी ओर भौतिक सुखों की लालसा की बढ़ेगी। आप अनैतिक तरीकों से धन कमाने की चेष्टा करेंगे। व्यापार में धन हानि के योग हैं। स्टूडेंट्स जातकों की कम्युनिकेशन स्किल बाधित होगी, आपकी काबिलियत पर शक किया जा सकता है। स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं कामकाज पर बुरा असर डाल सकती है। पारिवारिक कलह से मन दुखी रहेगा।
सिंह राशि
सिंह राशि के जातकों के जीवन पर शनि ग्रह की चाल में परिवर्तन से नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। परिवार और दोस्तों के साथ संबंधों में तनाव बढ़ने के योग हैं। कारोबार में धन हानि होने से आर्थिक संकट आ सकता है। धन की आमद घटने से मानसिक तनाव और चिंता बढ़ेगी। कोई मनोवैज्ञानिक समस्या उभर सकती है या इन्फेक्शन से कोई बीमारी हो सकती है। दोस्तों से धोखा मिल सकता है। बेटा या बेटी के कारण आपकी सामाजिक प्रतिष्ठा में कमी आने के योग हैं। नौकरीपेशा जातकों को ऑफिस में कलीग से पटरी बैठने में दिक्कत आएगी।
वृश्चिक राशि
शनि ग्रह की चाल में परिवर्तन से वृश्चिक राशि के जातकों के ऊपर कई तरह से नेगेटिव असर हो सकते हैं। आपके स्वभाव में चिड़चिड़ापन और अहंकार बढ़ सकता है। इसका असर सभी प्रकार के रिश्तों पर पड़ सकता है। बिजनेस में पार्टनर से झगड़ा होने से कारोबार पर नेगेटिव असर होगा। मैरिड लाइफ में अलगाव का संकट आ सकता है। स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से मानसिक तनाव बढ़ सकता है। छात्रों के करियर में अस्थिरता आएगी, मन अशांत रहेगा। समय पर काम न होने से नौकरीपेशा जातकों को बॉस से फटकार मिल सकती है। परिवार के सुख-साधनों के कमी हो सकती है।
शनि के संकट से बचने के उपाय
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, मिथुन, सिंह और वृश्चिक राशि के जातक शनि की चाल बदलने कारण आए संकट से बचने के लिए यहां बताए गए उपायों को अपना सकते हैं:
- भिखारियों को खिचड़ी, रोटी, साग और फल देने से शनि संकट दूर हो सकता है।
- काली गाय को सरसों के तेल में चुपड़ी रोटी खिलाने से फायदा होता है।
- बंदर को केला, गाजर, मूली, भीगे चने खिलाने से शनि संकट कम हो सकता है।
- मछलियों को आटे की गोली खिलाने से लाभ हो सकता है।
- कबूतरों को दाना देने से भी शनि संकट दूर होता है।
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