Sankashti Chaturthi: ज्योतिषीय पंचांग के अनुसार एक वर्ष में कुल 24 चतुर्थियां आती हैं। कृष्ण पक्ष में आने वाली चतुर्थी को संकष्टी चतुर्थी तथा शुक्ल पक्ष में आने वाली चतुर्थी को विनायक चतुर्थी कहा जाता है। यह तिथि गजानन गणपति को समर्पित की गई है। अत: इस दिन गणेशजी की पूजा की जाती है।
ज्योतिषाचार्य पंडित रामदास के अनुसार संकष्टी संस्कृत भाषा का शब्द है। किसी भी कठिनाई से बाहर निकलने को ही संकष्टी कहा जाता है। यही काऱण है कि जीवन की सभी समस्याओं से पार पाने के लिए भक्त गणेश चतुर्थी का व्रत करते हैं।
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फरवरी के महीने में संकष्टी चतुर्थी 9 फरवरी 2023 (गुरुवार) को आ रही है। वैसे तो शास्त्रों में चतुर्थी को रिक्ता तिथि मान कर अशुभ कहा गया है। परन्तु गणेशजी की पूजा करने से इसका अशुभ प्रभाव पूर्णतया समाप्त हो जाता है।
ऐसे करें गणेशजी की पूजा (Ganeshjii ki Puja Vidhi)
सुबह जल्दी उठ कर स्नान आदि से निवृत्त होकर साफ, स्वच्छ, धुले हुए वस्त्र पहनें। इसके बाद घर के पूजास्थल अथवा निकट के किसी मंदिर में जाएं। वहां पर गणेशजी का अभिषेक करें। उन्हें लाल वस्त्र, गुड़हल का पुष्प अथवा लाल रंग का अन्य कोई पुष्प, माला, लाल चंदन का तिलक, मौली, जनेऊ, सुपारी, पान आदि अर्पित करें।
उन्हें मूंग का अथवा बेसन का लड्डू प्रसाद स्वरूप अर्पित करें। इसके बाद उनकी आरती करें तथा अंत में उनके मंत्रों में से किसी एक मंत्र का यथासंभव अधिकतम मात्रा में जप करें। इस दिन व्रत भी रखना चाहिए। इससे गणेश जी प्रसन्न होकर भक्तों के समस्त कष्टों को हर लेते हैं। यही कारण है कि संकष्टी चतुर्थी के व्रत का इतना अधिक महत्व है।
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संकष्टी चतुर्थी को करें ये उपाय (Sankashti Chaturthi Ke Upay)
ज्योतिष में ऐसे कई उपाय बताए गए हैं जिन्हें इस दिन किया जा सकता है। इन उपायों को करने से भक्तों की समस्त मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं एवं कष्ट दूर होते हैं। जानिए गणेशजी के इन उपायों के बारे में
- चतुर्थी के दिन दूर्वा (दूब) की 11 गांठ तथा एक हल्दी की गांठ को एक पीले कपड़े में बांध कर घर के मंदिर में रखें। अब अगले 10 दिनों तक लगातार इसकी पूजा करें। अब इस पोटली को घर या दुकान की तिजोरी में रख दें। इससे पैसे की आवक होने लगती है।
- कई मैरिड कपल्स के बीच आपसी नोंकझोंक चलती रहती हैं। कई बार बात झगड़े और तलाक तक पहुंच जाती है। ऐसे में गणेश चतुर्थी या संकष्टी चतुर्थी (Sankashti Chaturthi) के दिन पति-पत्नी दोनों को एक साथ गणपति की पूजा करनी चाहिए। पूजा के बाद एक साथ दूर्वा की 11 गांठें गणेशजी को चढ़ाएं। ऐसा करने से वैवाहिक जीवन खुशहाल होता है।
- यदि आपके जीवन में बहुत सारी समस्याएं आ रही हैं तो इसके लिए भी एक उपाय है। संकष्टी चतुर्थी के दिन गणपति का पंचामृत से अभिषेक करें। उन्हें तेल मिश्रित सिंदूर का चोला चढ़ाएं। इसके बाद उनका पूर्ण श्रृंगार कर उन्हें वस्त्र,पुष्प, माला, पान, सुपारी, जनेऊ आदि चढ़ाएं। उन्हें लड्डूओं का भोग लगाएं, इस उपाय को करने से भक्तों के समस्त कष्ट दूर होते हैं।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।