Panchak: ज्योतिष में पंचकों को भी भद्रा के समान ही अशुभ माना गया है। इस समय सभी प्रकार के शुभ व मांगलिक कार्यों को टालने की सलाह दी जाती है। ज्योतिषीय गणना के अनुसार प्रत्येक 25 से 28 दिन बाद पंचक लगते हैं।
क्या होते हैं पंचक (Panchak 2023)
ज्योतिष में कुल 28 नक्षत्र माने गए हैं। इन नक्षत्रों में चन्द्रमा गोचर करता है। जब चन्द्रमा सभी नक्षत्रों में विचरता हुआ धनिष्ठा, शतभिषा, उत्तराभाद्रपद, पूर्वाभाद्रपद और रेवती नक्षत्र में आता है तो उसे पंचक कहा जाता है। यह अवधि लगभग पांच दिन की होने की वजह से ही इसे पंचक कहा जाता है।
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कब आरंभ होंगे पंचक (Panchak Dates)
इस बार मार्च माह में पंचक रविवार को आरंभ हो रहे हैं। रविवार को आरंभ होने के कारण इसे रोग पंचक कहा जाएगा जिसे अत्यन्त अशुभ माना गया है। पंचकों का समय निम्न प्रकार रहेगा।
पंचक आरंभ होने का समय – 19 मार्च, 2023 को सुबह 11.17 बजे
पंचक समाप्त होने का समय – 23 मार्च 2023 को दोपहर 2.08 बजे
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नवरात्रि घटस्थापना भी पंचक में ही (Navratri Ghatsthapna)
इस बार चैत्र नवरात्रि की शुरूआत भी पंचकों में हो रही है। ऐसे में पूजा के लिए बहुत ही सोच-समझकर मुहूर्त चुनना होगा। यद्यपि पूजा पाठ करने के लिए पंचक का निषेध नहीं किया गया है। परन्तु धार्मिक अनुष्ठान करने के लिए पंचक टालना अनिवार्य है।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।