Rajyog 2024: वैदिक ज्योतिष शास्त्र की दृष्टि से जून का महीना बहुत ही महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि इस माह में कई बड़े ग्रह गोचर करने वाले हैं। इन ग्रहों के गोचर करने से कई सारे राजयोग बना रहे हैं। राजयोग का निर्माण होने से सभी राशियों पर सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, 1 जून को मेष राशि सेनापति मंगल देव प्रवेश करेंगे।
जहां पहले से बुध देव बैठे हुए हैं। उसके बाद 3 जून को मध्यरात्रि के 3 बजकर 21 मिनट पर देवगुरु बृहस्पति वृषभ राशि में प्रवेश करेंगे। जहां पहले से ही शुक्र और ग्रहों के राजा सूर्य देव विराजमान हैं। इन ग्रहों के आपसी मेल से शुक्रादित्य, गुरुआदित्य और गजलक्ष्मी राजयोग का निर्माण हो रहा है।
ज्योतिषियों के अनुसार, जून माह के मध्य यानी 15 जून को सूर्य देव मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे। उसके बाद ग्रहों के राजकुमार बुध देव भी 14 जून को मिथुन राशि में गोचर कर जाएंगे। मिथुन राशि में बुध और सूर्य देव के मिलने से बुधादित्य राजयोग का निर्माण होगा। उसके बाद 12 जून को दैत्य गुरु शुक्र भी मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे। ऐसे में मिथुन राशि में त्रिग्रही योग का भी निर्माण होने वाला है।
साथ ही शुक्रादित्य राजयोग और लक्ष्मी नारायण राजयोग बनेगा। वहीं माया ग्रह केतु कन्या राशि में विराजमान रहेंगे और छाया ग्रह राहु मीन राशि में विराजमान रहेंगे। तो आज इस खबर में जानने वाले हैं कि इन सभी राजयोग का निर्माण कैसे होता है। साथ ही खबर में जानेंगे कि इन राजयोग का प्रभाव राशियों पर क्या-क्या पड़ेगा।
इन राजयोग का कैसे होता है निर्माण
बुधादित्य योग
वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जब कुंडली में सूर्य और बुध एक साथ मिलते हैं तो बुधादित्य राजयोग का निर्माण होता है। ज्योतिषियों के अनुसार, यह राजयोग बहुत ही शुभ माना गया है।
त्रिग्रही योग
ज्योतिषियों के अनुसार, त्रिग्रही योग का निर्माण जब किसी राशि में दो या तीन ग्रह एक साथ विराजमान रहते हैं तो उस समय त्रिग्रही योग का निर्माण होता है।
शुक्रादित्य राजयोग
ज्योतिषियों के अनुसार, शुक्रादित्य राजयोग सूर्य और शुक्र की युति होने से बनता है। मान्यता है कि जब किसी राशि में शुक्रादित्य राजयोग का निर्माण होता है तो करियर में कई बड़े बदलाव होते हैं। साथ ही धन संबंधित सारी परेशानियां खत्म हो जाती हैं।
गुरुआदित्य राजयोग
ज्योतिषियों के अनुसार, जब कुंडली में गुरु के साथ सूर्य देव होते हैं तो गुरुआदित्य राजयोग का निर्माण होता है। गुरु आदित्य राजयोग के निर्माण होने से धन, ज्ञान और खुशी में वृद्धि होती है।
लक्ष्मी नारायण राजयोग
वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कुंडली में जब धन, भाव, त्वचा और वाणी के कारक ग्रह बुध और शुक्र एक साथ मिलते हैं तो उस समय लक्ष्मी नारायण राजयोग का निर्माण होता है। माना जाता है कि इस योग के बनने से व्यक्ति धनवान बन जाता है।
किन-किन राशियों पर क्या पड़ेगा प्रभाव
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, मकर , मिथुन और वृषभ राशि वाले लोगों के लिए जून का महीना बेहद शुभ फलदायी रहने वाला है। जून माह में करियर में अचानक बदलाव देखने को मिलेंगे। साथ ही नौकरी में लाभप्रद साबित हो सकता है। जो लोग कारोबार कर रहे हैं उन्हें डबल का मुनाफा हो सकता है। साथ ही इस दौरान आपके नए–नए दोस्त भी बनेंगे। अचानक धन की प्राप्ति हो सकती है। आर्थिक स्थिति में बदलाव होगा। सेहत संबंधित सारी परेशानियां दूर हो जाएंगी।
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