वैदिक ज्योतिष में कर्मफल के स्वामी माने गए शनि ग्रह दो ग्रहों मकर और कुंभ के स्वामी हैं। वहीं वे 3 नक्षत्रों के अधिपति भी हैं। ये हैं – पुष्य, अनुराधा और उत्तराभाद्रपद। शनि के ये तीनों नक्षत्र बेहद प्रभावशाली है, जो जातकों को गहराई से प्रभावित करते हैं। शनि के इन तीनों नक्षत्रों में भी पुष्य नक्षत्र सबसे अनूठा और बेहद शक्तिशाली माना गया है। ऋग्वेद में पुष्य नक्षत्र को तिष्य यानी शुभ मांगलिक तारा भी कहा गया है। ज्योतिष शास्त्र कहता है कि इस नक्षत्र में जन्मे लोग बेहद भाग्यशाली होते हैं।
पुष्य नक्षत्र का ज्योतिष महत्व
वैदिक ज्योतिष में पुष्य नक्षत्र 27 नक्षत्रों में 8वां नक्षत्र माना जाता है। पुष्य का अर्थ है, पोषण करने वाला। यह नक्षत्र ज्ञान, धन और शुभता का प्रतीक है। इस दौरान किए गए कार्य सफल होते हैं, खासकर खरीदारी और निवेश के लिए. इस नक्षत्र का शासक ग्रह शनि के होने के कारण यह आयु, सुख, समृद्धि और शांति का कारक नक्षत्र माना जाता है। ज्योतिष में इस पुष्य नक्षत्र का विशेष महत्व है। अपनी विशेषता, गुण और शुभता के कारण पुष्य नक्षत्र को ‘पोषण का सितारा’, ‘देवों का नक्षत्र’ और ‘नक्षत्रराज’ भी कहते हैं।
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चंद्रमा भी होते हैं मेहरबान
ज्योतिष के अनुसार पुष्य नक्षत्र कर्क राशि में स्थित होता है, जिसके स्वामी चंद्रमा हैं। यही कारण है कि पुष्य नक्षत्र में जन्म लेने वाले व्यक्ति पर चंद्रमा का भी विशेष प्रभाव होता है। चंद्रमा के प्रभाव के कारण पुष्य नक्षत्र में जन्म लेने वाले व्यक्ति उदार और सहनशील होते हैं. इसके अलावा, इस नक्षत्र के लोग दूसरों की मदद करने में रुचि रखते हैं और हमेशा अपने परिवार और समाज के कल्याण के लिए काम करते हैं।
बनते हैं बड़े अफसर और कलाकार
यह देखा गया है कि पुष्य नक्षत्र में जन्मे लोग जीवन में खूब तरक्की करते हैं और अपनी मेहनत और लगन के बल पर सफलता प्राप्त करते हैं. इस नक्षत्र में पैदा हुए लोग अपने दम पर जीवन में सफलता प्राप्त करते हैं. अक्सर इस शुभ नक्षत्र में इन दुनिया में आए व्यक्ति बड़े अधिकारी, कलाकार और सक्सेसफुल प्रोफेशनल बनते हैं।
धन-समृद्धि का नक्षत्र है पुष्य
पुष्य नक्षत्र के अधिष्ठाता स्वामी देवगुरु बृहस्पति हैं। बृहस्पति धन के दाता ग्रह हैं। इसलिए पुष्य नक्षत्र धन और समृद्धि के लिए भी शुभ है। माना जाता है कि इस दौरान किए गए धन से जुड़े कार्य फलदायक होते हैं. जब रविवार और गुरुवार को पुष्य नक्षत्र का योग बनता है, यह दिन खरीदारी के लिए सर्वोत्तम माना गया है।
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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।