29 अप्रैल 2025 को सुबह 2:53 बजे चंद्रमा वृषभ राशि में गोचर करेंगे, यहां गुरु (बृहस्पति) पहले से ही मौजूद हैं। इन दोनों ग्रहों की युति वैदिक ज्योतिष में गजकेसरी राजयोग बनाती है, जो धन, बुद्धि, मान-सम्मान और आध्यात्मिक उन्नति प्रदान करता है। यह योग 1 मई 2025 तक प्रभावी रहेगा, क्योंकि इस दिन तक ही चंद्रमा वृषभ राशि में रहेंगे। वृषभ राशि के स्वामी शुक्र हैं।
वहीं, गजकेसरी राजयोग तब बनता है जब गुरु और चंद्रमा एक ही राशि में या केंद्र भावों (1, 4, 7, 10) में एक-दूसरे से संबंधित हों। चंद्रमा मन, भावनाएं और संवेदनशीलता का कारक होता है, जबकि गुरु ज्ञान, धन, भाग्य और नैतिकता का प्रतीक हैं। इस कारण वृषभ राशि में यह युति स्थिरता, भौतिक लाभ और रचनात्मकता को बढ़ाएगी।
शुक्र की राशि होने के कारण, यह योग धन, कला, प्रेम और पारिवारिक सुख पर केंद्रित होगा। इस योग का प्रभाव राशियों के भावों और उनकी कुंडली में गुरु-चंद्र की स्थिति पर निर्भर करता है। आइए जानते हैं कि वृषभ राशि में बनने वाली गुरु-चंद्र की जोड़ी किन राशि वालों के लिए अच्छी रहने वाली है।
वृषभ राशि
यह युति वृषभ राशि के पहले भाव में बन रही है। यह भाव व्यक्तित्व का होता है। इस कारण वृषभ राशि वालों को आत्मविश्वास में वृद्धि, करियर में उन्नति, अप्रत्याशित धन लाभ और सामाजिक प्रतिष्ठा में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी।
लव और मैरिड लाइफ में सुखद अनुभव होंगे। गुरु का वृषभ में होना भाग्य और समृद्धि को बढ़ाता है, जबकि चंद्रमा की युति मानसिक शांति और भावनात्मक स्थिरता देती है। शुक्र की राशि में यह युति सौंदर्य, रचनात्मकता और भौतिक सुख को बल देगी। यह समय निवेश, नई शुरुआत या संपत्ति खरीदने के लिए अनुकूल है।
उपाय: गुरुवार को केले के पेड़ की पूजा करें और पीली मिठाई (जैसे बेसन के लड्डू) दान करें।
कर्क राशि
कर्क राशि वालों के 11वें भाव को यह युति प्रभावित करेगी। यह भाव लाभ, मित्र, इच्छापूर्ति का होता है। इस कारण कर्क राशि वालों की लाइफ में आर्थिक लाभ, सामाजिक नेटवर्क में वृद्धि और लंबित इच्छाओं की पूर्ति होगी। नौकरीपेशा वाले लोगों को प्रमोशन या बोनस मिल सकता है, और व्यापारियों को नए अवसर प्राप्त होंगे। 11वां भाव आय और सामाजिक संबंधों का प्रतिनिधित्व करता है। गुरु का प्रभाव भाग्य और विस्तार देता है, जबकि चंद्रमा जो स्वयं कर्क के स्वामी हैं, वे इस भाव में होकर व्यक्ति के जीवन में भावनात्मक और आर्थिक स्थिरता लाते हैं। इस युति से कर्क राशि वालों को लॉन्ग टर्म में फाइनेंशियल प्रॉफिट होगा।
उपाय: सोमवार को शिवलिंग पर दूध चढ़ाएं और सफेद कपड़े पहनें।
कन्या राशि
गुरु और चंद्र की यह युति वृषभ राशि वालों के 9वें भाव में बनेगी। यह भाग्य का भाव है। इस कारण कन्या राशि वालों को भाग्य का पूरा साथ मिलेगा। करियर में नए अवसर और आध्यात्मिक उन्नति मिलेगी। विदेश यात्रा, शिक्षा या नौकरी से जुड़े कार्यों में सफलता मिल सकती है। गुरु की उपस्थिति इस भाव को बल देती है, और चंद्रमा की युति मानसिक स्पष्टता और आशावाद लाती है। यह युति कन्या राशि वालों के लिए लॉन्ग टर्म प्रोजेक्ट्स जैसे हॉयर स्टडीज, धार्मिक कार्यों पर काम करने के लिए सही समय लाएगी।
उपाय: गुरुवार को विष्णु मंदिर में तुलसी पत्र अर्पित करें और पीले चावल दान करें।
मकर राशि
यह युति मकर राशि वालों के पंचम भाव को प्रभावित करेगी। इससे शिक्षा के क्षेत्र में और निवेश से लाभ होगा। मकर राशि वालों की लव लाइफ में सुख आएगा। इसके साथ ही संतान की ओर से शुभ समाचार मिलने की उम्मीद है। रचनात्मक कार्यों में सफलता मिलेगी। शिक्षा के क्षेत्र में लाभ मिलेगा। इसके साथ ही इंवेस्टमेंट से भी लाभ होगा। 5वें भाव को रचनात्मकता और बुद्धि का माना जाता है। गुरु की उपस्थित इस भाव के लिए शुभ होती है। चंद्रमा इस भाव में भावनात्मक गहराई देता है। यह युति मकर राशि वालों के लिए लव, एजुकेशन और फैमिली लाइफ को मजबूत करती है। क्रिएटिविटी या जोखिम भरे निवेश के लिए यह युति अच्छी रहेगी।
उपाय: बुधवार को गणेश जी को लड्डू चढ़ाएं और हरी मूंग दान करें।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी अंक ज्योतिष शास्त्रों की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।
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