GajKesari Yoga 2025: वैदिक ज्योतिष में चंद्रमा और गुरु की युति को अत्यंत शुभ माना जाता है, खासकर जब यह गजकेसरी राजयोग का निर्माण करती है। 28 मई 2025 को दोपहर 1:36 बजे चंद्रमा मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे, जहां गुरु पहले से ही मौजूद होंगे। चंद्रमा और गुरु की यह युति मिथुन राशि में होने के कारण बुद्धि, संचार और सामाजिक गतिविधियों को बढ़ावा देगी। वहीं, गजकेसरी योग का भी निर्माण करेगी।
गजकेसरी राजयोग तब बनता है जब चंद्रमा और गुरु एक ही राशि में या केंद्र भावों (1, 4, 7, 10) में एक-दूसरे के साथ होते हैं। यह योग 28 मई से 30 मई 2025 तक प्रभावी रहेगा और कुछ राशि वालों के लिए विशेष रूप से लाभकारी होगा।
क्या है गजकेसरी योग?
गजकेसरी राजयोग वैदिक ज्योतिष में समृद्धि, ज्ञान, और सौभाग्य का प्रतीक है। गुरु बृहस्पति, जो ज्ञान, धन, और आध्यात्मिकता के कारक हैं, और चंद्रमा, जो मन और भावनाओं का स्वामी है, की युति व्यक्ति को बौद्धिक क्षमता, आर्थिक लाभ, और सामाजिक सम्मान प्रदान करती है।
मिथुन राशि के स्वामी बुध हैं। इस राशि यह योग बनने से लोगों की संचार, बुद्धिमत्ता, और सामाजिक नेटवर्किंग के क्षेत्र में और प्रभावी बनेगी। यह योग विशेष रूप से करियर, व्यापार, और आध्यात्मिक विकास के लिए अनुकूल है और कुछ राशि वालों के लिए शुभ है। आइए जानते हैं कि वे राशियां कौन सी हैं, जिनके लिए यह योग लाभकारी रहेगा?
मेष राशि
मेष राशि के तीसरे भाव में यह योग बनेगा। तीसरा भाव संचार, साहस, भाई-बहन का होता है। यह समय आपके साहस और कम्युनिकेशन स्किल को बढ़ाएगा। इस दौरान नौकरीपेशा लोगों को वरिष्ठों का सहयोग और करियर में प्रगति मिलेगी। व्यापारियों को नए प्रोजेक्ट्स या साझेदारियां मिल सकती हैं, जिससे आय में वृद्धि होगी। छोटी यात्राएं और धार्मिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी। भाई-बहनों के साथ संबंध मजबूत होंगे। यह अवधि नए विचारों को लागू करने और जोखिम लेने के लिए अनुकूल है।
मिथुन राशि
यह युति मिथुन राशि वालों के प्रथम भाव को प्रभावित करेगी, जो आत्मविश्वास और पर्सनल अट्रैक्शन को बढ़ाएगी। इस दौरान आपकी कम्युनिकेशन पावर मजबूत होगी, जिससे नौकरीपेशा वाले लोगों को प्रमोशन, नई जिम्मेदारियां या मान्यता मिल सकती है।
व्यापारियों को नए अवसर, पार्टनरशिप्स और मुनाफा प्राप्त हो सकता है। इससे आपका सामाजिक दायरा बढ़ेगा और पुराने दोस्तों से मुलाकात भी संभव है। आपकी धार्मिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी, जिससे मानसिक शांति और आध्यात्मिक उन्नति हो सकती है। यह समय अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने और आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ने के लिए अच्छा रहने वाला है।
सिंह राशि
सिंह राशि के एकादश भाव में यह युति बनेंगी। यह भाव लाभ, मित्र और इच्छा का होता है। इस युति से आर्थिक लाभ और सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी। इस दौरान धन आगमन के नए स्रोत बनेंगे, और पुराने निवेशों से अच्छा रिटर्न मिलेगा। कार्यस्थल पर आपकी मेहनत रंग लाएगी और व्यापार में वृद्धि होगी। सामाजिक जीवन में सुखद बदलाव होंगे और नए मित्र बन सकते हैं। धार्मिक और परोपकारी कार्यों में रुचि बढ़ेगी, जिससे मानसिक शांति मिलेगी। यह समय दीर्घकालिक योजनाओं के लिए अनुकूल है।
तुला राशि
तुला राशि वालों के लिए यह युति नवम भाव में होगी, जो भाग्य और आध्यात्मिक उन्नति को प्रबल करेगी। इस दौरान नई परियोजनाओं की शुरुआत, विदेश यात्रा, या विदेश से संबंधित लाभ के योग बनेंगे। जीवनसाथी का सहयोग और रिश्तों में सामंजस्य बढ़ेगा। उच्च शिक्षा या आध्यात्मिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी। यह समय अपने भाग्य को मजबूत करने और दीर्घकालिक लक्ष्यों की ओर बढ़ने के लिए शुभ है।
कुंभ राशि
कुंभ राशि वालों के लिए यह युति एकादश भाव में होगी, जिससे आर्थिक लाभ, मान-सम्मान और व्यावसायिक सफलता मिलेगी। इस दौरान निवेश से अच्छा रिटर्न मिलेगा और नौकरीपेशा लोगों को नई जिम्मेदारियां या प्रमोशन मिल सकता है। व्यापारियों को नए अवसर और मुनाफा प्राप्त होगा। सामाजिक दायरा बढ़ेगा और धार्मिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी। आत्मविश्वास और मानसिक शांति में वृद्धि होगी। यह समय वित्तीय योजनाओं और सामाजिक गतिविधियों के लिए अनुकूल है।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।
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