चंद्रमा को ज्योतिष में मन, फीलिंग्स, माता का कारक माना जाता है। जब भी चंद्रमा राशि परिवर्तन करते हैं तो इसका असर सभी 12 राशि वालों पर पड़ता है। चंद्रमा ढाई दिन में राशि परिवर्तन करते हैं। इस कारण चंद्रमा का गोचर काफी मायने रखता है।
आगामी 10 अप्रैल 2025 की शाम 7 बजकर 4 मिनट पर चंद्रमा कन्या राशि में प्रवेश कर जाएंगे। कन्या राशि में चंद्रमा के प्रवेश से यहां पहले से मौजूद केतु के साथ उनकी युति बन जाएगी। केतु और चंद्रमा की युति के चलते कुछ राशि वालों को बंपर लाभ होने की उम्मीद है। आइए जानते हैं कि चंद्रमा के कन्या राशि में गोचर से किन राशि वालों को लाभ होगा।
वृषभ राशि
कन्या राशि में केतु और चंद्रमा की युति वृषभ राशि वालों के पंचम भाव पर असर डालेगी। यह भाव प्रेम, क्रिएटिविटी, बच्चों और इमोशन्स से जुड़ा होता है। इस समय वृषभ राशि के लोग डीप थिंकर हो जाएंगे। वे अपनी भावनाओं को बेहतर तरीके से समझ पाएंगे। अगर किसी क्रिएटिव फील्ड जैसे लेखन, आर्ट या म्यूजिक आदि में काम करते हैं तो आपको नए आइडियाज मिल सकते हैं। इसके साथ ही, लव रिलिशनशिप्स में डीप फीलिंग्स आएगी और रिश्ते और मजबूत हो जाएंगे। बच्चों से जुड़ी कोई अच्छी खबर या उनकी प्रोग्रेस भी खुशी का कारण बन सकती है। मानसिक रूप से यह समय राहत देने वाला रहेगा। अगर आप पहले किसी इमोशनल कन्फ्यूजन से गुजर रहे थे तो स्थिति बेहतर हो जाएगी।
मिथुन राशि
मिथुन राशि वालों की कुंडली चौथे भाव पर केतु और चंद्रमा इस युति का असर होगा। यह भाव घर-परिवार, मां, स्थायित्व और मानसिक शांति से जुड़ा होता है। इस दौरान मिथुन राशि के लोग अपने घर या फैमिली लाइफ में पॉजिटिव बदलाव महसूस करेंगे। घर के किसी पुराने विवाद या मानसिक टेंशन का समाधान निकल सकता है। मां के साथ संबंधों में सुधार होगा और घर का वातावरण पहले से ज्यादा शांत और सुखद हो जाएगा। अगर आप लंबे समय से किसी इमोशनल दबाव में थे, तो अब राहत महसूस करेंगे। मानसिक रूप से यह समय आपको रिलैक्स करने का मौका देगा और जीवन के प्रति सोच में संतुलन लाएगा।
मकर राशि
मकर राशि वालों के नौवें भाव में यह युति बन रही है। यह भाव भाग्य, धर्म, गुरु, लॉन्ग डिस्टेंस ट्रैवल और आध्यात्मिक सोच से जुड़ा होता है। इस समय मकर राशि के लोगों के जीवन में कोई पॉजिटिव बदलाव आ सकता है। आप किसी धार्मिक स्थान की यात्रा पर जा सकते हैं या फिर आपका किसी आध्यात्मिक विचारधारा की ओर आकर्षण बढ़ सकता है। भाग्य का साथ मिलने की भी संभावना रहेगी, जिससे रुके हुए काम बनने लगेंगे। यह समय खुद को जानने, अपनी सोच को गहराई देने और लाइफ को समझने का हो सकता है। आध्यात्मिक ग्रोथ और आत्मविश्वास में इजाफा होगा।
कुंभ राशि
कुंभ राशि वालों के लिए केतु और चंद्रमा की युति अष्टम भाव पर असर डालेगी। यह भाव रहस्य, परिवर्तन, रिसर्च, साइकोलॉजिकल डेप्थ और अंदरूनी बदलाव से जुड़ा होता है। इस समय कुंभ राशि के लोग अपने भीतर के डर, अनजानी भावनाओं और मानसिक उलझनों को बेहतर तरीके से समझ पाएंगे। यह एक ऐसा समय है, जो आपके अंदर से बदलाव लाएगा। हो सकता है इस दौरान आप कुछ नया सीखें या अपनी सोच में कोई बड़ा बदलाव महसूस करें। रिसर्च, मैडिटेशन या साइकोलॉजिकल फील्ड से जुड़े लोग इस समय बहुत अच्छा परफॉर्म कर सकते हैं। आपका इंट्यूशन बहुत तेज रहेगा और आप अनकहे संकेतों को भी समझ पाएंगे। पुराने ट्रॉमा या अंदर छिपे डर से निकलने में भी यह समय मददगार हो सकता है।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।
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