Budh Gochar 2025 : 18 जुलाई 2025 को सुबह 10 बजकर 13 मिनट पर बुध ग्रह कर्क राशि में वक्री हो गए हैं और अभी रात 8 बजकर 14 मिनट पर वे अस्त भी हो जाएंगे। ज्योतिष में बुध को बुद्धि, संचार, व्यापार और तर्क का कारक माना जाता है। इस दौरान बुध कर्क राशि में मौजूद रहेंगे। कर्क राशि के स्वामी चंद्रमा हैं। ऐसे में बुध की दोहरी चाल कुछ राशि वालों के लिए बेहद शानदार रहेगी। इन राशि वालों को लाइफ के कई हिस्सों में लाभ देखने को मिलेगा। बुध का वक्री और अस्त होना जीवन के विभिन्न क्षेत्रों पर अशुभ प्रभाव भी डालता है, जिसमें संचार में गलतफहमियां, तकनीकी समस्याएं और पुराने मुद्दों का फिर से सामने आना शामिल है, लेकिन फिर भी कई राशि वालों के लिए यह अच्छा भी रहेगा।
क्या है बुध का व्रकी और अस्त होना?
बुध का वक्री होना मतलब उल्टी चाल चलना एक भ्रम ही है। दरअसल जब ऐसा लगने लगता है कि बुध ग्रह पृथ्वी से उल्टा चल रहा है तो इसे वक्री चाल माना जाता है। जब ऐसा होता है तब यह समय पुराने कार्यों को पूरा करने, रिश्तों को सुधारने और आत्म-मंथन के लिए शुभ माना जाता है। यह अवधि 18 जुलाई से 11 अगस्त 2025 तक रहेगी। वहीं, जब जब बुध सूर्य के बहुत करीब आता है, तो वह अस्त हो जाता है, जिससे उसकी शक्ति कमजोर पड़ती है। कर्क राशि में यह स्थिति भावनात्मक निर्णयों को प्रभावित कर सकती है। यह दोनों घटनाएं कर्क राशि में होने से भावनाओं, परिवार और वित्तीय मामलों पर असर डालेंगी। आइए जानते हैं कि किन राशियों को लाभ मिलेगा?
मिथुन राशि
मिथुन राशि वालों के लिए बुध का वक्री और अस्त होने का असर दूसरे भाव पर होगा। यह समय वित्तीय योजनाओं को फिर से जांचने और पुराने निवेशों को सुधारने का है। आपकी वित्तीय स्थिति में सुधार होगा और पुराने रुके हुए पैसे वापस मिल सकते हैं। संचार में सावधानी बरतने से व्यापार में नए अवसर मिलेंगे और परिवार के साथ समय बिताने से रिश्तों में मधुरता आएगी। विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता मिलेगी। अपनी योजनाओं को सावधानी से लागू करें
उपाय- बुधवार को हरे रंग की वस्तुओं का दान करें और ‘ॐ बुधाय नमः’ मंत्र का 108 बार जाप करें।
कन्या राशि
कन्या राशि के स्वामी बुध हैं। इस राशि के 11वें भाव में इस बदलाव का असर होगा। आपकी सामाजिक स्थिति मजबूत होगी और पुराने दोस्तों से मुलाकात आपके करियर या व्यवसाय में मददगार साबित होगी। आय के नए स्रोत खुल सकते हैं और रिश्तों में पुरानी गलतफहमियां दूर होंगी। इस अवधि में आप पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ में प्रगति करेंगे। अपने विचारों को स्पष्टता से व्यक्त करें और जल्दबाजी में निर्णय लेने से बचें।
उपाय- गणेश जी की पूजा करें और बुधवार को हरी मूंग का दान करें।
तुला राशि
तुला राशि वालों के लिए यह परिवर्तन 10वें भाव में होगा। यह करियर और सामाजिक प्रतिष्ठा को प्रभावित करेगा। नौकरीपेशा लोगों को प्रमोशन या वेतन वृद्धि मिल सकती है और पुराने प्रोजेक्ट्स को पूरा करने का मौका मिलेगा। व्यापारियों को नए सौदों से लाभ होगा और आपकी मेहनत को सराहना मिलेगी। कार्यस्थल पर संयम और धैर्य बनाए रखें।
उपाय- बुध के बीज मंत्र का जाप करें और कार्य शुरू करने से पहले गणेश जी का आशीर्वाद लें।
कुंभ राशि
कुंभ राशि वालों के लिए यह परिवर्तन छठे भाव में होगा, जो चुनौतियों को दूर करने में मदद करेगा। पुरानी स्वास्थ्य समस्याओं से राहत मिल सकती है और कार्यस्थल पर शत्रुओं पर विजय मिलेगी। कर्ज या कानूनी मामलों में राहत मिलने की संभावना है। आपकी रणनीति और मेहनत से बड़े लक्ष्य हासिल होंगे। नियमित व्यायाम करें और संतुलित आहार लें।
उपाय- बुधवार को गाय को हरा चारा खिलाएं और बुध के मंत्र का जाप करें।
मीन राशि
मीन राशि वालों के लिए यह परिवर्तन पांचवें भाव को प्रभावित करेगा, जो रचनात्मकता और बुद्धि को बढ़ाएगा। विद्यार्थियों को रचनात्मक विषयों और पढ़ाई में सफलता मिलेगी। प्रेम संबंधों में सुधार होगा और पुराने रिश्तों में नई ताजगी आएगी। संतान से शुभ समाचार मिल सकते हैं, और निवेश से लाभ के योग बन रहे हैं। अपनी रचनात्मकता का उपयोग करें और भावनात्मक निर्णयों से बचें।
उपाय- गणेश जी की पूजा करें और बुधवार को हरे रंग के कपड़े पहनें।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।
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