Mandir Vastu Tips: वास्तु शास्त्र (Vastu Shastra) में घर में रखी जाने वाली हर चीज के लिए एक खास दिशा का जिक्र किया गया है। घर के मुख्य दरवाजे से लेकर पूजा घर, रसोई, कमरे, बेडरूम, बाथरूम, सीढ़ियां और तमाम जगहों के लिए खास वास्तु टिप्स (Vastu Tips for Home) बताए गए हैं। इसके अलावा वास्तु शास्त्र में पूजा-घर (Puja Ghar Vastu) के नियमों के बारे में बताया गया है। जिसको अपनाने से घर का मंदिर भी वास्तु दोष (Vastu Dosh Upay) मुक्त हो जाता है। वास्तु शास्त्र के जानकार बताते हैं कि घर के पूजा मंदिर में अगर वास्तु दोष उत्पन्न हो जाए तो व्यक्ति कंगाल बनते देर नहीं लगती। ऐसे में हम आपको वास्तु शास्त्र के अनुसार, बताते हैं कि मंदिर में कौन से 4 तस्वीरें नहीं रखनी चाहिए।
भैरव देवता
हिंदू धर्म-ग्रंथों में भैरव देव को शिवजी का अवतार माना गया है। ऐसे में भैरव देव की मूर्ति घर में नहीं लानी चाहिए। इस मूर्ति को लाकर कभी भी पूजा मंदिर में स्थापित नहीं करना चाहिए। दरअसल भैरव देव को तंत्र विद्या के देवता के रूप में स्वीकार किया गया है। शास्त्रों में बताया गया है कि इनकी उपासना घर के भीतर ना होकर बाहर ही होना उचित है।
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नटराज
आमतौर पर नटराज की मूर्ति देखने में बेहद आकर्षक लगती है। यही वजह है कि कुछ लोग इसे खरीदकर घर ले आते हैं। इतना ही नहीं,कई बार तो लोग घर के पूजा मंदिर में भी नटराज की मूर्ति स्थापित कर देते हैं। मगर ध्यान रहे कि नटराज शिवजी के रौद्र रूप माने गए हैं। शिवजी का रौद्र रूप यानी क्रोधित अवस्था। वास्तु शास्त्र के मुताबिक ऐसी मूर्ति पूजा स्थल पर स्थापित करने या घर में लाने से कलह और अशांति फैलने लगती है।
शनि देव
सूर्य के पुत्र कहे जाने वाले शनि देव की मूर्ति को भी घर के पूजा मंदिर में स्थापित नहीं करना चाहिए। हालांकि इनकी पूजा करने में कोई बुराई नहीं है, लेकिन मान्यतानुसार शनि देव की पूजा घर के बाहर किसी मंदिर में ही करनी चाहिए। वास्तु शास्त्र के अनुसार, इनकी मूर्ति को घर में लाने से घर में बेवजह लड़ाई-झगड़े शुरू हो जाते हैं।
राहु-केतु
वास्तु शास्त्र के अनुसार, जिस तरह मंदिर में शनि देव की मूर्ति नहीं लगानी चाहिए। उसी प्रकार से घर के पूजा मंदिर में राहु-केतु की मूर्ति या तस्वीर नहीं लगानी चाहिए। ज्योतिषीय मान्यता के अनुसार, शनि, राहि और केतु पापी ग्रह हैं। हालांकि इनकी पूजा-अर्चना करने और इन्हें प्रसन्न करने से ग्रह जनित कष्ट जरूर कम होते हैं, मगर इनकी मूर्ति पूजा स्थल पर लगाने से परहेज करना चाहिए।
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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।