Kala Dhaga Rules: ज्योतिष शास्त्र में काले रंग का संबंध शनि से बताया गया है। यही वजह है कि लोग शनि-दोष को दूर करने के लिए पैर या हाथ में काला धागा बांधते हैं। हलांकि आजकल अधिकांश लोग दूसरों की देखादेखी अपने पैर में भी काला धागा बांध लेते हैं। ऐसे में कई बार तो शनि सहायक होते हैं, लेकिन बहुत बार ऐसा भी देखा गया है कि शनि कुछ लोगों पर भारी पड़ जाते हैं। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, बिना ज्योतिषी की सलाह से काले धागे को पैर में बांधना परेशानियों का कारण बन सकता है। आइए जानते हैं कि काला धागा बांधने के लिए ज्योतिषीय नियम क्या हैं।
काला धागा बांधने के नियम | Black Thread Rules
- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, काले धागे को हमेशा 9 गांठ लगाने के बाद भी पहनना अच्छा रहता है। इसके साथ ही जिस हाथ या पैर में काला धागा बंधा हो, वहां उस रंग के किसी अन्य प्रकार के धागे को नहीं बाधना चाहिए।
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- पैर या हाथ में काला धागा बिना शुभ मुहूर्त के नहीं बांधना चाहिए। हालांकि शुभ समय जानने के लिए आप किसी ज्योतिषी या पंडित जी से सलाह ले सकते हैं।
- काले रंग का संबंध शनि देव से माना गया है। ऐसे में काला धागा धारण करने से शनि की कृपा प्राप्त होती है। साथ ही शनि के दोषों से भी मुक्ति मिलती है।
काला धागा पहनने से क्या होता है?
- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, काला धागा शनि के नकारात्मक प्रभाव से बचाता है। माना जाता है कि जो लोग पैर में काला धागा बांधते हैं, उनकी परेशानियां दूर हो जाती हैं।
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- मान्यता है कि जिन बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है, उन्हें काला धागा पहनाने से लाभ मिलता है। साथ ही काला धागा बच्चों को लगने वाली बुरी नजर से भी बचाता है।
- धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, बुरी नजर से बचने से लिए काला धागा हाथ, पैर, गले या कमर पर काला धागा पहना जा सकता है। हालांकि इसके लिए किसी ज्योतिषी से सलाह लेना अच्छा रहेगा।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।